राजकीय सम्मान के साथ सैनिक गुरनिदर सिह पंचतत्व में विलीन

असम-चीन बार्डर पर ड्यूटी दौरान जान गंवाने वाले क्षेत्र के गांव गनूरा के 34 वर्षीय नौजवान सैनिक गुरनिदर सिंह का गांव के श्मशानघाट राजकीय सम्मान से संस्कार कर दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 10:18 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 10:18 PM (IST)
राजकीय सम्मान के साथ सैनिक गुरनिदर सिह पंचतत्व में विलीन
राजकीय सम्मान के साथ सैनिक गुरनिदर सिह पंचतत्व में विलीन

संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी: असम-चीन बार्डर पर ड्यूटी दौरान जान गंवाने वाले क्षेत्र के गांव गनूरा के 34 वर्षीय नौजवान सैनिक गुरनिदर सिंह का गांव के श्मशानघाट राजकीय सम्मान से संस्कार कर दिया गया। उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए राजसी व सामाजिक शख्सियतों के अतिरिक्त सैकड़ों इलाका निवासियों ने जवान को नम आखों से अंतिम विदाई दी। उल्लेखनीय है कि 12 जून को गुरनिदर सिंह असम-चीन बार्डर पर अपने और साथी सैनिकों के साथ पैट्रोलिग पर था। इस दौरान ज्यादा ऊंचाई पर होने पर उसका आक्सीजन लेवल कम हो गया। इससे उसकी तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। बुधवार सुबह सैनिक की मृत देह तिरंगे में लिपटी गांव पहुंची। अंतिम संस्कार के दौरान सेना की टुकड़ी ने हवाई फायर करसैनिक को श्रद्धांजलि दी। सैनिक की चिता को मुखाग्नि उसके सात वर्षीय बेटे सविताजवीर सिंह व छोटे भाई दविदर सिंह ने दी। इस मौके पर जिला प्रशासन से पहुंचे नायब तहसीलदार नूरपुरबेदी हरिदरजीत सिंह सहित हलका विधायक अमरजीत सिंह संदोआ, पूर्व शिक्षा मंत्री दलजीत सिंह चीमा, सरपंच बलवंत सिंह, मास्टर गुरनैब सिंह, नरिदरपाल भट्ठल, जरनैल सिंह औलख, गुरचैन सिंह समीरोवाल, भुपिदर बजरूड़, दिनेश चड्ढा व दिलबारा सिंह बाला सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी पर्व मनाया संवाद सूत्र, चमकौर साहिब: एसएस मेमोरियल एजूकेशनल सोसायटी नेगुरु अर्जुन देव जी का शहीदी पर्व श्रद्धा से मनाया गया। इस मौके पर संस्था के चेयरमैन प्रोफेसर आरसी ढंड ने गुरु साहिब जी की तस्वीर पर फूल मालाएं अर्पित कीं। । इसके बाद उन्होंने संस्था के विद्यार्थियों को गुरु साहिब की जीवनी से अवगत करवाते हुए उनकी बताई शिक्षाओं पर चलने के लिए प्रेरित किया।

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