विवाह शगुन स्कीम के लिए साल पहले किया था, अब तक आवेदन नहीं मिले पैसे

पंजाब सरकार द्वारा गरीब परिवारों को उनकी लड़कियों के विवाह मौके शगुन के रूप में 51 हजार रुपये शगुन स्कीम के तहत दिए जाने के बड़े बड़े दावे तो किए जा रहे हैं पर इस योजना की जमीनी हकीकत सच्चाई से कोसों दूर है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 03:57 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 03:57 PM (IST)
विवाह शगुन स्कीम के लिए साल पहले किया था, अब तक आवेदन नहीं मिले पैसे
विवाह शगुन स्कीम के लिए साल पहले किया था, अब तक आवेदन नहीं मिले पैसे

संवाद सहयोगी, रूपनगर: पंजाब सरकार द्वारा गरीब परिवारों को उनकी लड़कियों के विवाह मौके शगुन के रूप में 51 हजार रुपये शगुन स्कीम के तहत दिए जाने के बड़े बड़े दावे तो किए जा रहे हैं, पर, इस योजना की जमीनी हकीकत सच्चाई से कोसों दूर है। गरीब माता-पिता इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन तो करते हैं , लेकिन लाभ हासिल करने के लिए उन्हें संबंधित दफ्तर के चक्कर ही लगाने पड़ते हैं। उन्हें योजना का कोई भी लाभ नहीं मिल पा रहा है। गांव शामपुरा में एक बैठक के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट दिनेश चड्ढा ने कहा कि गांव माजरी के रहने वाले रतन सिंह व आनंदपुर साहिब के गांव चैहड़माजरा के मक्खन सिंह ने गरीब होने के कारण अपनी लड़कियों के विवाह के लिए शगुन स्कीम का लाभ उठाने के लिए केस जिला सामाजिक भलाई दफ्तर रूपनगर में भेजे हुए थे। हैरानी तो इस बात की है इन परिवारों को के तहत 51-51 हजार रुपये आज तक नहीं मिले, जबकि आवेदन किए एक साल से अधिक का समय बीत चुका है। इस पर दोनों आवेदकों ने रूपनगर की स्थायी लोक अदालत में याचिका दायर की । इस पर नोटिस लेते हुए लोक अदालत ने विभाग के चेयरमैन को नोटिस जारी कर इस बारे में 15 दिन में जवाब तलब किया है। दिनेश चड्ढा ने कहा कि गरीबों को घोषित सुविधाएं उपलब्ध करवाना तो दूर, उलटा सरकार व संबंधित विभाग गरीबों को ठोकरें खाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इस मौके पर उनके साथ राजिदर सिंह सहित चरणजीत सिंह, परमिदर सिंह, कुलविदर सिंह, कादर अहमद, शिव कुमार लालपुरा, लेक्चरर सुरजन सिंह, सुदीप विज, एडवोकेट रूपिदर सिंह हुंदल, एडवोकेट तरुण शर्मा, एडवोकेट गौरव कपूर, सहेल सिंह तथा संतोख सिंह वालिया भी हाजिर थे।

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