बाजारों में रौनक, खाली रहे मैदान
रूपनगर शहर मे दशहरे पर बाजारों में तो पूरा दिन रौनक रही लेकिन जिन मैदानों में हर साल दशहरा मेला लगता रहा है वह पूरी तरह से खाली रहे।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: शहर मे दशहरे पर बाजारों में तो पूरा दिन रौनक रही, लेकिन जिन मैदानों में हर साल दशहरा मेला लगता रहा है , वह पूरी तरह से खाली रहे। कोरोना संकट के चलते न तो श्री रामलीला का कहीं मंचन किया गया और न ही कहीं भी रावण, मेघनाद व कुंभकरण के पुतले जलाए गए। शहर में हर साल चार जगह श्री रामलीला का मंचन हुआ करता था, जो इस बार कोरोना के चलते नहीं हुआ। शहर के बाजारों की अगर बात करें, तो सबसे अधिक भीड़ मिठाई व ड्राई फ्रूट की दुकानों पर ही देखने को मिली। मिठाई विक्रेता मुकेश महाजन ने कहा कि दशहरा मेला फीका होने के कारण लोगों में पहले जैसी उमंग नहीं है, पर उनके यहा खूब सेल हुई। फ्रूट विक्रेता राम कुमार ने कहा कि फल महेंगे जरूर हैं, लेकिन उनकी बिक्री अच्छी हुई। वहीं दशहरे पर ज्ञानी जैल सिंह नगर सहित श्री रामलीला वाले मैदान में कोई भी मेला नहीं लगा। शहर के अंदर किसी संस्था ने भगवान श्री राम की झांकी नहीं निकाली । वहीं सुरक्षा की अगर बात करें तो शनिवार की शाम से ही जिले के अंदर सुरक्षा के कड़े प्रबंध जिला पुलिस प्रमुख के दिशा निर्देशों पर कर दिए गए थे। विभिन्न स्थलों पर 15 नाके लगाए । इसके अलावा 20 पेट्रोलिग पार्टियों ने पूरा दिन गलियों, बाजारों, मोहल्लों व सड़कों पर गश्त की।