दूसरे राज्यों के मजदूरों ने घर लौटना किया शुरू

कोरोना के बढ़ते मामलों ने जहां हर घर के बजट को बुरी तरह से प्रभावित किया हुआ है वहीं अब कोरोना की मार विभिन्न राज्यों से रोजी रोटी का उद्देश्य लेकर यहां आए मजदूरों पर भी पड़ने लगी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 10:29 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 10:29 PM (IST)
दूसरे राज्यों के मजदूरों ने घर लौटना किया शुरू
दूसरे राज्यों के मजदूरों ने घर लौटना किया शुरू

संस, रूपनगर: कोरोना के बढ़ते मामलों ने जहां हर घर के बजट को बुरी तरह से प्रभावित किया हुआ है, वहीं अब कोरोना की मार विभिन्न राज्यों से रोजी रोटी का उद्देश्य लेकर यहां आए मजदूरों पर भी पड़ने लगी है। जिले अंदर कोरोना के लगातार बढ़ते केस ने दूसरे राज्यों के मजदूरों को इस कद्र डरा दिया है कि इन मजदूरों ने अपने परिवारों सहित अपने घरों को लौटना शुरू कर दिया है। उल्लेखनीय है कि जिले में हर साल गेहूं की कटाई करने के साथ धान की बिजाई करने की मजदूरी के लिए दूसरे राज्यों से बड़ी संख्या में मजदूर आते हैं। इस साल के शुरू होने के साथ जिले में कोरोना संकट काफी हद तक कम हो गया था व लाकडाउन भी पूरी तरह से खुल जाने के बाद मजदूर आना शुरू हो गए थे, जो अब कोरोना के बढ़ते मामलों के डर से घर लौटने लग पड़े हैं। कुछ प्राइवेट कंपनियों की बसें रोजाना बिहार के लिए रूपनगर व बद्दी से जाने लगी हैं, जिनमें दो हजार रुपये से लेकर 2500 रुपये तक प्रति सवारी चार्ज किया जा रहा है। बिहार के पूर्णिया के रहने वाले राम खिलावन सहित समराही के मुकेश व बावा राम, गोपालगंज के बनवासी राम, ध्यानू प्रसाद, सरायगढ़ के रामू व शंभू, सुपोल के शकील मुहम्मद व हबीब तथा जदिया के रहने वाले हसन तथा महमूद आदि ने बताया कि हम सभी गेहूं की कटाई व धान की बिजाई के सीजन में यहां आए थे। सीजन के दौरान परिवार का हर मेंबर 70 से 80 हजार रुपये कमा लेता था, पर अब कोरोना के बढ़ते कहर के कारण वह घर लौट रहे हैं।

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