रेत की माइनिग थमी, तो अब सफेद पत्थर की शुरू

जिला प्रशासन सहित माइनिग विभाग की अवैध माइनिग को रोके जाने संबंधी पिछले समय दौरान दिखाई सख्ती के बाद रेत व बजरी की अवैध माइनिग व ढुलाई तो काफी हद तक थमी हुई है लेकिन अब सफेद पत्थर की ओवरलोडिंग ढुलाई बड़े स्तर पर शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 03:15 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 10:24 PM (IST)
रेत की माइनिग थमी, तो अब सफेद पत्थर की शुरू
रेत की माइनिग थमी, तो अब सफेद पत्थर की शुरू

अरुण कुमार पुरी, रूपनगर: जिला प्रशासन सहित माइनिग विभाग की अवैध माइनिग को रोके जाने संबंधी पिछले समय दौरान दिखाई सख्ती के बाद रेत व बजरी की अवैध माइनिग व ढुलाई तो काफी हद तक थमी हुई है, लेकिन अब सफेद पत्थर की ओवरलोडिंग ढुलाई बड़े स्तर पर शुरू हो गई है। बरसात का मौसम शुरू होने वाला है, ऐसे में किसी भी प्रकार की माइनिग का करना या पत्थरों की निकासी का करना बड़े खतरे को बुलावा देना है। जिले के अंदर मुख्य रूप से लोहंड खड्ड हित चंगर, सरसा नदी, कलमा, नानगरां के साथ साथ स्वां नदी में बिना किसी डर सरेआम सफेद पत्थर की निकासी जारी है। इन खड्डों के आसपास दिन भर टिप्परों की कतारें लगती रहती हैं । जैसे ही रात होती है हर खड्ड में पत्थर की निकासी व मशीनों के माध्यम से टिप्परों में लोडिग शुरू हो जाती है । डीसी सोनाली गिरी अवैध माइनिग पर कई बार कड़ा संज्ञान लेकर कई बार तो खुद विभिन्न खड्डों में रेड तक कर चुकी हैं, जिसके बाद कुछ दिनों तक तो शांति रही, पर दोबारा उक्त गोरखधंधा शुरू हो गया है। सफेद पत्थर की माइनिंग माफिया के गुर्गे मोटर साइकिलों पर हाईवे पर गश्त करते रहते हैं, जिनका काम पुलिस या माइनिग अधिकारियों की भनक लगते ही अपने आकाओं को सूचित करना है। अगर रास्ता साफ हो, तो बिना रुके ओवरलोड पत्थर से भरे टिप्पर दौड़ना शुरू हो जाते हैं। जिले से अवैध रूप से उठाया जाने वाला सफेद पत्थर जीरकपुर से आगे जाकर डंप किया जाता है, जहां पत्थर का प्रति टिप्पर 80 से 85 हजार रुपये में बिकता है। पत्थर के एक टिप्पर पर लगभग आठ हजार रुपये जीएसटी बनता है, जोकि पूरा चोरी करते हुए सरकार को चूना लगाया जा रहा है। वहीं इस बारे में जिला ट्रैफिक इंचार्ज सर्बजीत सिंह ने कहा कि उनकी पूरी टीम अवैध माइनिग करने वालों के खिलाफ पहले ही काफी सख्त रुख अपनाए हुए है। शिकायत मिलते ही पत्थर की ढुलाई करने वाले टिप्परों का चालान कर माइनिग विभाग को भी सूचित किया जाता है। इस बारे माइनिग अफसर सुखविदर सिंह कलसी ने कहा कि समय- समय पर खड्डों में अवैध माइनिंग को रोकने के लिए रेड की जाती है। अब बरसात का मौसम शुरू होने वाला है, इसलिए दोबारा से इस अभियान को शुरू किया जाएगा।

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