मजदूर दिवस पर कांफ्रेंस करने के लिए अड़े किसान, पुलिस बोली, पहले मंजूरी लें
किरती किसान मोर्चे की आज मजदूर दिवस के मद्देनजर ब्लाक के गाव चैहड़माजरा में रखी कांफ्रेंस को लेकर किसान जत्थेबदियां और जिला प्रशासन आमने- सामने आ गए हैं।
संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी : किरती किसान मोर्चे की आज मजदूर दिवस के मद्देनजर ब्लाक के गाव चैहड़माजरा में रखी कांफ्रेंस को लेकर किसान जत्थेबदियां और जिला प्रशासन आमने- सामने आ गए हैं। प्रशासन जहां इसे कोरोना के कारण रोकने का प्रयास कर रहा है, वहीं किसान कांफ्रेंस करने के लिए अड़े हुए हैं। किरती किसान मोर्चे ने आज मजदूर किसान एकता कांफ्रेंस रखी हुई है, जिसे सफल बनाने के लिए उन्होंने एक माह से तैयारी की हुई है। शुक्रवार को किसान जत्थेबंदियां ने जैसे कांफ्रेंस के लिए गांव चैहड़ माजरा में ठेकेदार के कारिदे ने टेंट लगाने का काम शुरू किया, तो पुलिस ने टेंट के मालिक को इसे लगाने से रोक दिया। इस पर किसानों ने खुद ही टेंट लगाना शुरू कर दिया। इसके उपरांत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। इसका किसानों और महिलाओं ने विरोध करना शुरू कर दिया, जिस कारण पुलिस वहां से लौट आया। डीएसपी आनंदपुर साहिब रमिदर सिंह काहलों ने किसानों को पुलिस स्टेशन में बातचीत के लिए बुलाया, लेकिन किसान कांफ्रेंस करने के लिए अड़े रहे। किसान नेता गुरनैब सिंह व वीर सिंह ने कहा कि वह कांफ्रेंस करके ही रहेंगे। चाहे पुलिस उन मामला ही क्यों न दर्ज कर ले। किसान नेता बीर सिंह ने कहा कि हमें इस बारे में कोई मंजूरी लेने की जरूरत नहीं है। इसके बाद डीएसपी ने किसी टकराव के मद्देनजर वहां पर दोबारा बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया। वहीं थाना प्रभारी थाना प्रभारी ब्रिकमजीत सिंह ने कहा कि किसानों को रैली करने के लिए जिला प्रशासन से मंजूरी लेने के लिए कहा गया है। अगर उन्होंने मंजूरी न ली, तो उन्हें कांफ्रेंस करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।