सिधु बार्डर के लिए किसान सभा का जत्था रवाना

कुल हिद किसान सभा का जत्था किसान आंदोलन में शिरकत करने के लिए रवाना हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 05:56 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 05:56 PM (IST)
सिधु बार्डर के लिए किसान सभा का जत्था रवाना
सिधु बार्डर के लिए किसान सभा का जत्था रवाना

जागरण संवाददाता, नंगल: कुल हिद किसान सभा का जत्था किसान आंदोलन में शिरकत करने के लिए रवाना हो गया है। गत मंगलवार रात्रि रेलवे स्टेशन से सभा के प्रांतीय प्रधान तरसेम सिंह भलड़ी, जिला प्रधान सुरजीत सिंह की अगुवाई में संघर्ष के लिए रवाना हुए 22वें जत्थे के बारे जानकारी देते हुए तरसेम सिंह ने बताया कि किसानों के लंबे समय से चले आ रहे आंदोलन ने मोदी सरकार की जिद को तोड़ दिया है। बेशक तीन खेती विरोधी कृषि कानूनों को वापसी का ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया है, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक प्रधानमंत्री का गारंटी कानून, किसानों पर दर्ज किए गए मुकदमे रद्द नहीं होते, लखीमपुर खीरी के मुख्य दोषी अजय मिश्रा की बर्खास्तगी, शहीद किसानों के परिवारों की सहायता, बिजली संशोधन बिल रदद् करना, प्रदूषण कानून रद्द करने आदि मसले हल नहीं होते तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि किसान मजदूरों से यह आह्वान किया गया है कि वे किसान मोर्चा में शामिल हों। किसान थकने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि एक बार जब फसलें पूंजीपति कंपनियों के हाथों में चली जाएंगी तो निश्चित रूप से किसान तबाही के कगार पर होगा। ऐसे में घाटे का शिकार होकर किसान अपने खेत इन कंपनियों को बेचने के लिए मजबूर हो जाएगा। 29 नवंबर को किसान संसद की ओर मार्च करेंगे। इस आंदोलन के अंतर्गत एक दिसंबर को जिला रोपड़ से ट्रैक्टर व ट्रालियों में इलाके के किसान दिल्ली के संसद भवन की ओर कूच करेंगे। इस मौके पर किसान सभा के जिला सचिव कामरेड महेंद्र सिंह संगतपुर, वरजिदर सिंह डोड, जसविदर सिंह, डा. वीर सिंह, वजीर सिंह, प्रितपाल सिंह भी मौजूद थे।

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