बारिश के कारण अगमपुर अनाज मंडी में थमी गेहं की आमद
अगमपुर अनाज मंडी में मंगलवार रात को हुई बारिश के कारण गेहूं का कोई ज्यादा नुकसान तो नहीं हुआ मगर बुधवार को मंडी में किसान बहुत कम मात्रा में फस लेकर आए।
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब: अगमपुर अनाज मंडी में मंगलवार रात को हुई बारिश के कारण गेहूं का कोई ज्यादा नुकसान तो नहीं हुआ, मगर बुधवार को मंडी में किसान बहुत कम मात्रा में फस लेकर आए। इसका कारण यह था कि मौसम विभाग ने दोपहर को फिर बारिश की संभावना बताई थी। वहीं कच्ची मंडी होने के कारण लेबर व किसानों को बारिश के कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसान जगतार सिंह, मलकीत सिंह व गज्जन सिंह सहित अन्य ने बताया कि हमने 16 अप्रैल से पहले फसल मंडी में दी थी, मगर आज तक पेमेंट हुई। आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान मुकेश नड्डा ने बताया कि मंडी में खरीद का काम सुचारू तरीके से चल रहा है। बारदाना एवं अन्य किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आ रही। उन्होंने कहा कि पेमेंट की समस्या आ रही है। 16 अप्रैल के बाद किसी भी किसान की पेमेंट खाते में नहीं डाली गई। उधर मार्केट कमेटी आनंदपुर साहब के इंस्पेक्टर गुरदीप सिंह ने बताया कि अगमपुर अनाज मंडी में पनग्रेन एवं मार्कफैड एजेंसियां खरीद कर रही हैं। पनग्रेन ने 16 अप्रैल तक पेमेंट किसानों के खाते में डाल दी है। मार्कफेड भी जल्द ही पेमेंट डालने का काम शुरू कर रही है। मंडियों में इंटरनेट की कनेक्विटी न होने से डाटा अपलोड नहीं
जागरण संवाददाता,रूपनगर: जिल में पंजाब की अन्य मंडियों में गेहूं की खरीद में अनियमितताएं बरती जा रही हैं। खरीदी गई गेहूं की एंट्री नहीं हो पा रही और अकेले रूपनगर की तख्तगढ़ मंडी में 10 करोड़ रुपये में से सिर्फ एक करोड़ रुपये की अब तक किसानों को अदायगी हुई है । यह बातें शिअद के प्रवक्ता डा.चीमा ने कहीं। उन्होंने कहा कि तख्तगढ़ मंडी देहात में है और वहां इंटरनेट की कनेक्विटी सुचारू न होने की वजह से किसानों की खरीदी गेहूं का डाटा अपलोड नहीं हो पा रहा। किसान परेशान हो रहे हैं। किसानों को स्तरीय सुविधाएं देने वाली सरकार असलियत में बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दे पाई है। इसके अलावा बिजली सप्लाई भी सही तरीके से मंडियों में नहीं है। मंडियों में खरीद बिलकुल बंद हो गई है और किसानों को गेहूं ट्रालियों में अपने घरों में रखने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। डा. चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार कोरोना से निपटने में भी बुरी तरह विफल रही है। सरकार ने रात का कर्फ्यू लगा दिया है, जबकि इस फैसले से भ्रष्टाचार बढ़ा है और कुछ ही पलों की देरी होने पर लोगों से पैसे वसूले जा रहे हैं। इस मौके पर उनके साथ अकाली दल के जिला देहाती प्रधान जत्थेदार गुरिदर सिंह गोगी, शहरी प्रधान परमजीत सिंह माक्कड़, कुलजिदर सिंह लालपुर, सतनाम सिंह झज्ज, रविदर सिंह खेड़ा, कुलबीर सिंह असमानपुरा, मनिदर वर्मा, एडवोकेट राजीव शर्मा, नबरदार सतपाल सिंह, आसदीप सिंह चीमा और मनप्रीत सिंह गिल भी मौजूद थे।