गिरफ्तारी देने पहुंचे किसान, पुलिस ने हाथ नहीं लगाया
कुल हिद किसान सभा कुल हिद खेत मजदूर यूनियन और सीटू की जिला कमेटियों के आह्वान पर खेती सुधार कानूनों के विरोध में सैकड़ों किसानों व मजदूरों ने अपने आप को गिरफ्तारियां देने के लिए पेश किया पर प्रशासन ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: कुल हिद किसान सभा, कुल हिद खेत मजदूर यूनियन और सीटू की जिला कमेटियों के आह्वान पर खेती सुधार कानूनों के विरोध में सैकड़ों किसानों व मजदूरों ने अपने आप को गिरफ्तारियां देने के लिए पेश किया, पर प्रशासन ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया। कामरेड नेता व वर्कर महाराजा रणजीत सिंह बाग में एकत्र हुए और केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की। इसके बाद सचिवालय के समक्ष गिरफ्तारियां देने के लिए पहुंचे। मौके पर प्रदर्शन करने के बाद डीएसपी रमनदीप सिंह ने प्रदर्शनकारियों को समझा बुझाकर भेज दिया। इस मौके पर किसान मजदूर नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो तीन कृषि कानून पास किए हैं, वह बिलकुल गलत हैं। इसके अलावा मजदूरों के 44 लेबर कोड तोड़कर चार कोड बना दिए गए हैं। पंजाब में किसान आंदोलन को 10 माह से ऊपर का समय हो गया है, पर केंद्र सरकार उनकी मांगों को नहीं मान रही है। इस मौके पर सुरजीत सिंह ढेर, गुरदेव सिंह बागी, गीता राम, विनोद भट्टी, महिदर सिंह संगतपुर ने कहा कि केंद्र सरकार देश की निजी संपत्ति को एक एक कर बेचने पर तुली हुई है। नेताओं ने मांग की कि खेती कानून वापस लिए जाएं और एमएसपी की गारंटी का कानून बनाया जाए। इससे पहले किसानों ने रणजीत सिंह बाग से मार्च शुरू किया और जिला सचिवालय के मेन गेट पर पुलिस ने रोक लिया। इस मौके पर भजन सिंह संदोआ, प्राण नाथ, सुखदेव सिंह दलीप सिंह घनोला, राजा सिंह, प्रेम चंद जट्टपुरा, गुरचरन दास, सुखविदर कौर सीमा, तरसेम लाल, जयमल सिंह सहोता, लक्की ढेर, करनैल सिंह भंडेर ,जगदीश सिंह अटारी ,हरजाप सिंह, जैला नंगल, हरी सिंह,बरजिदर सिंह डोड, करतार सिंह बरोटू, निर्मल सिंह, भाग सिंह सद्धेवालिया, बलवीर सिंह, गज्जण सिंह ढाहे, गुरनाम सिंह धारनी, रजिदर सिंह डोड, प्रेम सिंह अटवाल, गुरदयाल सिंह पंच, परमिदर सिंह संधू व सुरिदर सिंह ढेर भी उपस्थित थे।