मोरिडा में डायरिया की दस्तक, पानी की साफ सप्लाई में घुसी सीवरेज की गंदगी
लंबे समय से कोविड -19 की मार झेल रहे मोरिडा निवासियों को अभी कोरोना से पूरी तरह निजात नहीं मिली है कि ऊपर से शहर में जगह- जगह गंदगी के ढेर लगे होने के कारण यहां पर डायरिया ने पैर पसारना शुरू कर दिए हैं।
संवाद सूत्र, मोरिडा: लंबे समय से कोविड -19 की मार झेल रहे मोरिडा निवासियों को अभी कोरोना से पूरी तरह निजात नहीं मिली है कि ऊपर से शहर में जगह- जगह गंदगी के ढेर लगे होने के कारण यहां पर डायरिया ने पैर पसारना शुरू कर दिए हैं। सीवरेज का गंदा पानी, पीने वाले पानी में मिलने के कारण शहर निवासी नगर कौंसिल मोरिडा को कोस रहे हैं। शहर में सरकारी और निजी अस्पतालों में डायरिया से पीड़ित औसतन तीन से चार मरीज उपचाराधीन हैं। डा. निर्मल धीमान, जसवीर सिंह कोटली, अरुण कुमार, पूर्व पार्षद जगपाल सिंह जोली, सुखदीप सिंह भंगू, लखवीर सिंह बब्बू, कुलवीर सिंह कुक्की, परविदर सिंह शैंटी व वरिदर सिंह हैप्पी ने बताया कि कई स्थानों पर पीने वाले पानी की पाइपें लीक होने के कारण गंदगी वाला पानी पीने वाले पानी में मिल कर लोगों के घरों में जाना शुरू हो गया है। इससे लोग डायरिया की चपेट में आ रह हैं। जगह -जगह लगे गंदगी के ढेरों कारण मच्छर व मक्खियों की भरमार है। इस गंभीर मसले को लेकर नगर कौंसिल अधिकारी सफाई सेवकों की हड़ताल का बहाना बना कर चुप बैठे हैं। सेहत विभाग भी इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। वहीं इस बारे में एसएमओ मोरिडा मनजीत सिंह ने कहा कि शहर में सफाई को लेकर काफी समस्या है। अगर सफाई के बारे में नगर कौंसिल ने ध्यान न दिया, तो डायरिया काफी भयानक रूप ले लेगा। वह शहर में साफ -सफाई संबंधी नगर कौंसिल मोरिडा को पत्र जारी करेंगे। उधर इस संबंध में ईओ अशोक पथरिया ने कहा कि सफाई सेवकों की हड़ताल कारण साफ सफाई की समस्या बनी हुई है। पिछले दिनों उन्होंने जेसीबी से कूड़ा उठवाने की कोशिश की, पर सफाई सेवकों ने झगड़े वाला माहौल बना दिया और जेसीबी को भी नुकसान पहुंचाया। इस कारण नगर कौंसिल बगैर पुलिस फोर्स से कूड़े के ढेरों को उठाने में बेबस हैं।