42 घंटे बाद रूपनगर शहर के लोगों को पानी, पेयजल स ेमिली राहत की सांस

रूपनगर शहर के 70 फीसद हिस्से को 42 घंटे बाद पीने का पानी नसीब हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 01:06 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 01:06 AM (IST)
42 घंटे बाद रूपनगर शहर के लोगों को पानी, पेयजल स ेमिली राहत की सांस
42 घंटे बाद रूपनगर शहर के लोगों को पानी, पेयजल स ेमिली राहत की सांस

जागरण संवाददाता, रूपनगर : रूपनगर शहर के 70 फीसद हिस्से को 42 घंटे बाद पीने का पानी नसीब हुआ। शनिवार सायं चार बजे से साइफन ने काम करना बंद कर दिया था और तभी से पानी बंद था। रविवार दोपहर बाद वाटर व‌र्क्स के स्टाफ ने साइफन को खोलकर उसमें फंसे कचरे को निकाला और दोबारा साइफन को फिट किया। इसके बाद मेन वाटर व‌र्क्स में पानी के टैंक भरे गए और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट ने काम शुरू किया। सोमवार सुबह शहर में पीने के पानी सुचारू ढंग से सप्लाई हो पाया। इधर, लोगों के घरों में लगी पानी की टंकियां भी खत्म हो गई। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शुक्रवार से आ रही थी दिक्कत

शुक्रवार रात और शनिवार को दिन में पानी की सप्लाई एक बार बाधित हुई थी। नगर कौंसिल के वाटर व‌र्क्स स्टाफ ने पानी की सप्लाई को चालू कर दिया। लेकिन शनिवार सायं साढे़ चार बजे फिर से पानी की सप्लाई बंद हो गई थी। सप्लाई बंद होने की वजह भाखड़ा नहर में बहकर आ रहे घास पत्ते आदि थे। शनिवार सायं वाटर व‌र्क्स का स्टाफ पानी चालू करने का प्रयास करता रहा लेकिन वो इसमें सफल नहीं हो पाया। वाटर व‌र्क्स स्टाफ ने रविवार सुबह साइफन की पाइप लाइन को खोलकर साफ किया। उसमें काफी झाड़ फंसा हुआ था। अब सप्लाई बाधित होने से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो गया है। हो गई सप्लाई दुरुस्त : सुपरवाइजर

रूपनगर के वाटर व‌र्क्स के सुपरवाइजर गुरपाल सिंह भुरा ने बताया कि साइफन में घास आदि फंसने से पानी बंद हुआ था। वो बाहर से साफ न होने की वजह से साइफन को खोलकर साफ किया गया। रविवार दोपहर साइफन को चालू करके वाटर वकर्स में पानी ट्रीटमेंट का काम शुरू किया गया। सोमवार सुबह से पानी की सप्लाई सुचारू कर दी गई है।

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