सरकार की गलत नीतियों से डूबने लगा क्रशर उद्योग : डा. चीमा
कांग्रेस सरकार के अवैध खनन संबंधी सही पालिसी न बना पाने के कारण क्रशर उद्योग डूबने लगा है।
संवाद सूत्र, घनौली: कांग्रेस सरकार के अवैध खनन संबंधी सही पालिसी न बना पाने के कारण क्रशर उद्योग डूबने लगा है। कैप्टन सरकार ने क्रशर उद्योगपतियों को झूठे दिलासे देकर चार साल निकाल दिए हैं, पर अब तक खनन की सही खनन पालिसी नहीं बना पाई। यह बातें पूर्व शिक्षा मंत्री डा. दलजीत सिंह चीमा ने गांव थली खुर्द में महिला अकाली पंजाब की उप प्रधान पलविदर कौर रानी के निवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहीं। उन्होंने कहा कि खनन माफिया रायल्टी के नाम पर जबरन गुंडा टैक्स वसूला रहा है, जबकि क्रशर मालिकों को वसूले जा रहे पैसों की न तो कोई रसीद मिल रही है और न ही कच्चा माल । इस कारण क्रशर मालिकों पर दोहरी मार पड़ रही है। उनको कच्चा माल भी इधर- उधर से खरीदना पड़ रहा है और खरीदे गए माल की खनन विभाग के पास रिटर्न भरने के समय भी उनको समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। डा. चीमा ने कहा कि गेहूं की खरीद से 72 घंटे में किसानों को अदायगी के सरकारी दावे भी ठुस होकर रह गए हैं। खरीद शुरू होने के एक सप्ताह बाद भी किसानों की एंट्री पोर्टल पर नहीं हो रही। इस मौके पर उनके साथ ठेकेदार कुलवंत सिंह, उद्योगपति अमरदीप सिंह दीपू, शिरोमणि अकाली दल के जिला प्रधान गुरिदर सिंह गोगी, सचिव सुखिदरपाल सिंह बोबी बोरा, सर्किल प्रधान रविदर सिंह ढक्की, अकाली नेता राजिदर सिंह बिक्कों, हरमोहन सिंह संधू हलका इंचार्ज चमकौर साहिब, दलजीत सिंह भुट्टो व सिमरनजीत सिंह हुंदल सहित अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।