प्रभु का सुमिरन करने से ही मिलती है सच्ची शांति: बाबा बाल जी

लोक कल्याण के उद्देश्य से राष्ट्र संत बाबा बाल जी महराज के श्री राधा कृष्ण मंदिर कोटला कलां ऊना में जारी दिव्य समागम रविवार को भी भक्तजनों का मार्गदर्शन किया गया। मंदिर में दूर दराज से पहुंचे भक्तजनों ने नतमस्तक होते हुए बाबा बाल जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Feb 2021 10:26 PM (IST) Updated:Sun, 07 Feb 2021 10:26 PM (IST)
प्रभु का सुमिरन करने से ही मिलती है सच्ची शांति: बाबा बाल जी
प्रभु का सुमिरन करने से ही मिलती है सच्ची शांति: बाबा बाल जी

जागरण संवाददाता, नंगल : लोक कल्याण के उद्देश्य से राष्ट्र संत बाबा बाल जी महराज के श्री राधा कृष्ण मंदिर कोटला कलां ऊना में जारी दिव्य समागम रविवार को भी भक्तजनों का मार्गदर्शन किया गया। मंदिर में दूर दराज से पहुंचे भक्तजनों ने नतमस्तक होते हुए बाबा बाल जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। बाबा बाल जी ने वेद ग्रंथों के प्रेरणा प्रसंगों का व्याख्यान करते हुए कहा कि सत्संग व प्रभु का सुमिरन ही प्राणी मात्र को सच्ची शांति के मार्ग पर ले जा सकता है। भगवान की परम लीला ही मन को अत्यंत सुंदर कर देती है। भगवान की भक्ति से ही मन को शाति मिलती है। भगवान श्री कृष्ण की महिमा सुनाते हुए कहा कि मेरे कन्हैया की जिस पर कृपा हो जाती है, उसे फिर इस जगत के किसी सुख की इच्छा नहीं रहती।

महासम्मेलन में वृंदावन से पहुंचे कथा व्यास स्वामी गौरदास महाराज ने कहा कि प्राणी मात्र को सदैव प्रभु के नाम का सुमिरन करते रहना चाहिए। भगवान श्री कृष्ण अपने भक्तों की रक्षा स्वयं करने के लिए हर समय तैयार रहते हैं। इस लिए सभी को हमेशा भगवान से जुड़े रह कर मानवता के कल्याण में योगदान देना चाहिए। नश्वर संसार के परेशानी भरे हालातों से केवल प्रभु का नाम ही हमें शांति दिला सकता है। उन्होंने कहा कि जीवन के हर अनमोल पल को अच्छे कार्यो में लगाना चाहिए। ज्ञान दायिनी मां सरस्वती पूजन कार्यक्रम 16 से

विद्या, बुद्घि, ज्ञान और वाणी की अधिष्ठात्री और सर्वदा ज्ञान दायिनी मां सरस्वती को समर्पित धार्मिक कार्यक्रम की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सरस्वती दल समिति नंगल के अध्यक्ष चींटू कुमार ने बताया कि ठेकेदार कालोनी के निकट एफएफ ब्लाक में 16 फरवरी को कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह नौ बजे पूजा अर्चना करके किया जाएगा। पूर्ण विधिवत रूप से मंत्रोच्चारण के बीच मां सरस्वती की मूर्ति प्रतिष्ठापित की जाएगी। इसके बाद भक्तजनों की ओर से गुणगान करके दोपहर एक बजे लंगर वितरित होगा। उन्होंने बताया कि मां सरस्वती की मूर्ति का विसर्जन 17 फरवरी बुधवार को दोपहर दो बजे श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के निकट सतलुज दरिया घाट पर भव्य शोभा यात्रा के रूप में पहुंच कर किया जाएगा। समिति के प्रतिनिधि मोनू, रवि शंकर, बंटी ठेकेदार, प्रमोद कुमार यादव, सींटू कुमार यादव, राकेश कुमार, कन्हैया लाल, मुन्ना लाल, शेर सिंह, बोबी, जीतु, क्रांति, गोलू आदि तैयारियों में जुट चुके हैं।

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