250 पार पहुंचा डेंगू मरीजों का आंकड़ा, अब तक एक की मौत
जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि अभी तक ज्यादातर मरीज ठीक भी हो चुके हैं लेकिन नए मरीजों का लगातार मिलना चिता का विषय है। वैसे डेंगू को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग जहां पूरी तरह से हरकत में आ गया है, वहीं नगर कौंसिल भी पूरी तरह से सतर्क हो चुकी है। इसके बाद भी शहर में खाली प्लाट में खड़ा पानी डेंगू व मलेरिया को न्योता दे रहा है। जिले में पिछले साल डेंगू के 166 मरीज मिले थे, जबकि अब तक यह संख्या 252 पर पहुंच गई है। इनमें से 42 मरीज ही विभिन्न सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में दाखिल हैं । अभी तक जितने भी डेंगू पीड़ित मरीज मिले हैं, उनमें सबसे अधिक 116 मरीज रूपनगर के हैं जिनमें से एक संदिग्ध मरीज की मौत भी हो चुकी है। इस बारे सिविल सर्जन डा. परमिदर कुमार ने बताया कि अगर लोग स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करते हुए गाइडलाइन का पालन करें तो डेंगू को बढ़ने से रोका जा सकता है। फिलहाल खतरे वाली कोई बात नहीं है। विभाग द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है। डेंगू का कारण बनने वाला मच्छर साफ खड़े पानी में पैदा होता है । जरूरी है कि डेंगू व मलेरिया फैलाने का कारण बनने वाले मच्छर को पैदा होने से रोका जाए। इसके लिए कहीं भी पानी खड़ा नहीं होने देना चाहिए। जहां पानी खड़ा रहता हो , वहां काले तेल का छिड़काव करना जरूरी है। लोग घरों में रखे कूलर तथा फ्रिज आदि सप्ताह में एक बार जरूर ड्राई करें। इसके अलावा घरों की छत पर रखे पुराने टायरों व बर्तनों आदि में भी पानी खड़ा न होने दें । डा. परमिदर कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल सहित सारे सरकारी अस्पतालों में डेंगू वार्ड बने हुए हैं। डेंगू व मलेरिया संबंधी टेस्टिंग व इलाज पूरी तरह से मुफ्त किया जाता है। तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द तथा मसूड़ों व नाक से रक्त का स्त्राव होने पर बिना समय गंवाए अस्पताल पहुंच कर जांच करवाएं, ताकि समय रहते इलाज संभव हो सके। डेंगू को हल्के में लेना मौत को बुलावा देना है। उन्होंने लोगों से अपील की कि रात को सोते वक्त जहां मच्छर को भगाने वाली क्रीम लगाएं वहीं मच्छरदानी का प्रयोग करें तथा पूरी बाजू वाले कपड़े पहने।