कोरोना पीडि़ता का पीजीआइ में नहीं चल रहा आयुष्मान कार्ड, डीसी से मांगी मदद

रूपनगर की महिला आयुमान योजना का कार्ड होने के बावजूद पीजीआइ में इलाज से वंचित है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 11:02 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 11:02 PM (IST)
कोरोना पीडि़ता का पीजीआइ में नहीं चल रहा आयुष्मान कार्ड, डीसी से मांगी मदद
कोरोना पीडि़ता का पीजीआइ में नहीं चल रहा आयुष्मान कार्ड, डीसी से मांगी मदद

जागरण संवाददाता, रूपनगर: रूपनगर की महिला आयुमान योजना का कार्ड होने के बावजूद पीजीआइ में इलाज से वंचित है। शशि शर्मा ने बताया कि वह कोविड 19 की दोनों डोज लेने के बाद बीमार हो गई थी। महिला के बेटे सुर्यांश शर्मा निवासी अली मोहल्ला वार्ड नंबर 11 रूपनगर ने इस बारे में डीसी को दफ्तर में दिए मांगपत्र में बताया कि उसकी माता शशि शर्मा (45) सतलुज डायगनोसिक सेंटर में काम करती है । उनको पहले कोरोना का टीका सिविल अस्पताल रूपनगर में लगा था। उसके बाद सिविल अस्पताल में कोरोना का दूसरा टीका 22 फरवरी को लगा, तो उसके बाद उनको बुखार हो गया और साथ ही पीलिया की शिकायत भी हो गई। उन्होंने इस बारे में सिविल अस्पताल में एसएमओ को बताया, पर वहां पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई और पीलिया इतना बढ़ गया कि इससे लीवर में इंफेक्शन हो गया। नौ अप्रैल उनके नाक और मुंह में से खून आने लग पड़ा। इसके बाद उनको सिविल अस्पताल रूपनगर में दाखिल करवाया गया, वहां से डाक्टरों ने उनकी माता को पीजीआइ रेफर कर दिया। वहां डाक्टरों ने बताया कि लीवर पूरी तरह खराब हो चुका है । अब पीजीआई में रोजाना टेस्ट और दवाओं का खर्चा 15 हजार रुपए हो रहा है। डाक्टरों ने कहा कि उसकी माता का छोटा आप्रेशन करना पड़ेगा, जिस का खर्चा 60 से 70 हजार रुपये है। उसने बताया कि उनका आयुष्मान कार्ड भी बना हुआ है, पर पीजीआइ में उसे मान्यता नहीं दी जा रही है। वहीं सिविल सर्जन डा.दविदर कुमार ढांडा ने बताया कि शशि शर्मा के मामले में कमेटी जांच करेगी। महिला की बीमारी की वजह जांची जाएगी। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। आयुशमान कार्ड न चलने की शिकायत का निपटारा जल्द करवाया जाएगा।

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