बरगाड़ी कांड के आरोपितों को सजा न दिला पाने पर सिख पंथ से माफी मांगें सीएम
बहुजन समाज पार्टी पंजाब विधानसभा के चुनाव में किसी और पार्टी से गठजोड़ करना है या अकेले ही चुनाव लड़ना है इसके बारे में फैसला लेने का अधिकार बसपा के राष्ट्रीय प्रधान मायावती को ही है।
संवाद सूत्र, कीरतपुर साहिब: बहुजन समाज पार्टी पंजाब विधानसभा के चुनाव में किसी और पार्टी से गठजोड़ करना है या अकेले ही चुनाव लड़ना है, इसके बारे में फैसला लेने का अधिकार बसपा के राष्ट्रीय प्रधान मायावती को ही है। उनके द्वारा जो हमें आदेश किया जाएगा, हम उसकी पालन करेंगे। यह बातें बहुजन समाज पार्टी के राज्य प्रधान जसवीर सिंह गढ़ी ने कीरतपुर साहिब में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल द्वारा अनुसूचित जाति के उप मुख्यमंत्री बनाए जान के बयान के बाद कहीं। उन्होंने कहा कि 73 साल में कभी भी पंजाब में अनुसूचित जाति के मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री बनाने के बारे में कांग्रेस, भाजपा और न ही शिरोमणि अकाली की अब तक आंख नहीं खुली है। बरगाड़ी कांड संबंधी जसवीर सिंह गढ़ी ने कहा कि बसपा कांग्रेस को इसका आरोपित समझती है। कैप्टन अमरिदर सिंह ने सिखों से वादा किया था कि वह बरगाड़ी कांड के आरोपितों को एक माह में सजाएं दिलाएंगे, पर चार साल के अपने कार्यकाल दौरान वह इसकी जांच भी सही ढंग से नहीं करवा सेक। बरगाड़ी कांड के आरोपितों को सजा न दिलाने के बदले कैप्टन अमरिदर सिंह को सिख पंथ से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब शिरोमणि अकाली दल की आंख खुली है और उसने उप मुख्यमंत्री बनाने का एलान किया है तो बसपा इसका स्वागत करती है। जसवीर सिंह गढ़ी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह चुनावी मेनिफैस्टो के मुद्दे पर पूरी तरह फेल हो चुकी है।
इस मौके पर डा. नच्छतर सिंह, राजा रजिदर सिंह ननहेड़िया, अमरजीत सिंह राज्य सचिव, मास्टर गुरदेव सिंह डब्बरी, कुलदीप सिंह घनौली, जोगिदर सिंह हलका इंचार्ज, राम पाल जिला प्रधान, भाग सिंह, गुरमीत सिंह ढींडसा उपस्थित थे।