पंजाब में नंगल के आसमान में हुआ रहस्यमयी धमाका हो सकता है सोनिक बूम, जानें सच्चाई
पंजाब के नंगल में मंगलवार रात तेज रोशनी के साथ एक जोरदार धमाका हुआ। धमाके की आवाज हिमाचल के निचले इलाकों में भी सुनाई दी। अब इसके सोनिक बूम होने की बात भी कही जा रही है।
जेएनएन, नंगल। पंजाब के नंगल शहर में मंगलवार शाम आसमान में तेज रोशनी के साथ अचानक जोरदार धमाका हुआ। रोशनी इतनी तेज थी कि रात में कुछ क्षणों के लिए दिन जैसा उजाला हो गया। धमाका इतना तेज था कि यह नंगल उपमंडल के अलावा हिमाचल के श्री नैना देवी विधानसभा क्षेत्र तथा स्वां नदी के निकट भलाण व अन्य जगहों तक भी सुना गया। कुछ प्रत्यक्षदिर्शयों का कहना है कि इस दौरान उड़नतस्तरी जैसी रहस्यमय चीज दिखी। इस घटना से लोगों में दहशत है। एसडीएम ने भी धमाके की आवाज सुनने की पुष्टि की है। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि धमाका किस चीज में हुआ। इसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
कोई इसे उड़नतश्तरी बता रहा है तो कोई इसे धूमकेतु का धरती के पास से गुजरना बता रहा है। प्रशासन इस धमाके की बात को तो स्वीकार कर रहा है, लेकिन यह क्यों हुआ इस संबंध में स्थिति स्पष्ट नहीं हो रही है।
अभी तक धमाका के कारणों का पता नहीं चल सका है। अलग अलग जगहों से लोग अटकलें लगा रहे हैं। धमाके बाद इलाके में दहशत फैल गई है। लोग अपने-अपने घरों के बाहर आ गए। बता दें, नंगल संवेदनशील क्षेत्र है। यहां भाखड़ा नंगल बांध है। इस कारण यह आतंकियों के निशाने पर भी रहता है। ऐसे में अचानक आई विस्फोट की आवाज से सुरक्षा बल भी सकते में हैं।
तेज रोशनी के साथ धमाके की आवाज सुनने के बाद आसमान की ओर हैरानी से देखते लोग।
नंगल के जी ब्लाक के पास से स्कूटर पर गुजर रहे जतिन व शिवांकुर शर्मा ने बताया कि उन्होंने हिमाचल की तरफ आसमान पर तेज लाइट व उड़नतश्तरी जैसी चीज आसमान पर देखी। नया नंगल के पास शिवालिक एवेन्यू के दीपक नंदा ने भी धमाके के दौरान आसमान पर हुई जोरदार लाइटिंग देखी है। दीपक ने कहा कि धमाका इतना जोरदार था कि वह सहम गए।
एसडीएम बोले- मैंने भी सुनी धमाके की आवाज
श्री आनंदपुर साहिब सब डिविजन के एसडीएम हरबंस सिंह का कहना है कि धमाके की आवाज उन्होंने भी सुनी है। कई जगहों से सूचनाएं मिली हैं, लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि धमाके का कारण क्या है। नुकसान की भी कोई सूचना नहीं है।
तेज रोशनी के साथ धमाके की आवाज सुनने के बाद दहशत में घर से बाहर आए लोग।
धमाके को लेकर असमंजस बरकरार
मंगलवार रात करीब 8 बजे अजीब रोशनी के बाद हुए धमाके को लेकर इलाके में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। धमाके के बाद धरती पर किसी भी तरह का न तो कोई मलवा गिरा है, न ही धूल जैसा प्रदूषण कहीं देखने को मिला है। लोगों की अटकलें जारी है।
अब तक की गई पड़ताल के अनुसार हिमाचल व पंजाब सीमा पर स्थापित बड़े-बड़े उद्योगों तथा रासायनिक उर्वरक के कारखानों के अलावा कहीं भी कोई हादसा या कोई घटना नहीं हुई है। बता दें कि मंगलवार रात आसमान में लाइट चमकने के साथ बड़ा धमाका हुआ था, जिसके बाद से दहशत में आए लोग पिछले 15 घंटे से इस बात पर चर्चा करने में लगे हुए हैं कि आखिर यह धमाका हुआ कैसे हैं।
उड़नतश्तरी जैसी चीज देखने का दावा
प्रशासन की तरफ से भी यही बताया जा रहा है कि धमाका तो हुआ है, लेकिन यह पता नहीं चल सका है कि धमाके का कारण क्या है। मंगलवार रात कुछ लोगों ने बताया था कि उन्होंने आसमान पर तेज लाइट देखी है। कुछ ने यह बताया है कि उन्होंने तेज लाइट के साथ एक उड़नतश्तरी जैसी रहस्यमयी चीज देखी है। कुछ यह भी बता रहे हैं कि धमाके के बाद काफी देर तक आवाज धीमी होते-होते खत्म हुई है।
सोनिक बूम का ही हो सकता है धमाका
पर्यावरणविद एवं रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. जीएस चट्ठा ने बताया कि वे रात से ही इस पर अध्ययन करने लगे हुए हैं कि आखिर यह धमाका हुआ कैसे है? उन्होंने बताया कि फिलहाल यही लग रहा है कि काफी तेज गति यानी करीब 400 किलोमीटर प्रति घंटा के हिसाब से वायुमंडल के रास्ते दौड़ने वाले सुपर सोनिक जहाज ही धरती के पास से गुजरा है। हो सकता है कि इस बार सुपर सोनिक ज्यादा ऊंचाई पर नहीं बल्कि धरती के पास ही गुजरा हो इस कारण ही इतना बड़ा धमाका छोड़ गया है।
तो ये वजह हो सकती है धमाके की
उन्होंने बताया कि सोनिक बूम यानि यह एक ऐसा बायो विमान होता है जो 700 मील मील प्रति घंटा की रफ्तार से ध्वनि भी छोड़ता है। यह चुपचाप धरती के पास से गुजरने के बाद आगे जाकर अपने अंदर जमा धुएं के गुबार को बाहर निकालता है। शायद ऐसा ही हुआ है कि सोनिक बूम ने आगे जाकर अपने अंदर जमा धुआं छोड़ा होगा, जिससे यह धमाका हुआ है।
वायुसेना का मॉक ड्रिल भी हो सकता है
डॉ चट्ठा के अनुसार ऐसे तेज चलने वाले जहाजों की दूरी धरती से काफी ज्यादा ऊपर आसमान में होती है, लेकिन शायद इस बार यह धरती करीब से गुजरा हो, इस वजह से ही बड़ा धमाका सुना गया है। डॉ. चट्ठा के अनुसार यह भी लग रहा है कि हो सकता है कि वायु सेना ने ही किसी विशेष मॉक ड्रिल के तहत ऐसा अभ्यास किया हो, जिससे यह धमाका हुआ है।