नौवीं कक्षा के छात्र ने पंखे से फंदा लगाकर दी जान
रूपनगर के एक नामी स्कूल में पढ़ने वाले नौवीें कक्षा के विद्यार्थी ने मिड टर्म परीक्षा का परिणाम आने के बाद कम नंबर होने के कारण मानसिक रूप से तनावग्रस्त होकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: रूपनगर के एक नामी स्कूल में पढ़ने वाले नौवीें कक्षा के विद्यार्थी ने मिड टर्म परीक्षा का परिणाम आने के बाद कम नंबर होने के कारण मानसिक रूप से तनावग्रस्त होकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। यह दर्दनाक वाक्या साथ लगते गांव डकाला का है। हालांकि इस दर्दनाक घटना के बाद संबंधित स्कूल वाले या थाना सदर की पुलिस कोई जानकारी न होने की बात कहकर पल्लू झाड़ रहे हैं। डकाला के कुछ लोगो ने बताया कि 16 साल का जश्न एक नामी स्कूल में नौवीं कक्षा का छात्र था। कोरोना के कारण जश्न की सालभर पढ़ाई आनलाइन ही चलती रही, लेकिन उसकी परीक्षा आफलाइन ही हुई। हो सकता है कि उसने परीक्षा में कम नंबर आने पर पंखे से लटक खुदकुशी कर ली। गांव वासियों के अनुसार बच्चा परीक्षा परिणाम सुनने के बाद दोपहर के वक्त मायूसी की हालत में घर लौटा था। माता से मिला व कुछ बताए बिना कमरे में चला गया। वहां उसने पंखे के साथ फंदा लगाकर जान दे दी। इसका पता तब चला जब उसकी माता ने उसे खाने के लिए बुलाया, पर कोई जवाब नहीं मिला। जब उसने कमरे की खिड़की से देखा तो वह जमीन पर गिरा था व उसके गले में फंदा था। जैसे तैसे बच्चे की माता ने दरवाजा खोला व बच्चे को बेसुध देख चिल्लाना शुरू कर दिया। इसी बीच गांववासी वहां एकत्रित हो गए। वह उसे नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में लेकर गए, जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। जश्न घर का इकलौता चिराग थ। बच्चे का पिता सुखविदर सिंह निजी स्कूल बस में ड्राइवर है। शाम के वक्त बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। वहीं सवाल यह भी खड़े हो रहे है कि न तो इसकी पुलिस को सूचना लगी तथा न ही बच्चे का पोस्टमार्टम करवाया गया।