अंतिम चरण में पांच करोड़ से हाईडल चैनल नहर पर बनने वाले स्टील ओवरब्रिज का काम

कीरतपुर साहिब- आनंदपुर साहिब हाईडल चैनल नहर पर ओवरब्रिज स्टील के पुल का निर्माण इन दिनों युद्ध स्तर पर जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 04:59 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 04:59 PM (IST)
अंतिम चरण में पांच करोड़ से हाईडल चैनल नहर पर बनने वाले स्टील ओवरब्रिज का काम
अंतिम चरण में पांच करोड़ से हाईडल चैनल नहर पर बनने वाले स्टील ओवरब्रिज का काम

संवाद सूत्र, कीरतपुर साहिब: कीरतपुर साहिब- आनंदपुर साहिब हाईडल चैनल नहर पर ओवरब्रिज स्टील के पुल का निर्माण इन दिनों युद्ध स्तर पर जारी है। निर्माण कंपनी कीरतपुर साहिब से हिमाचल के सुंदरनगर तक तकरीबन 250 करोड़ की लागत के साथ 31 किलोमीटर पर फोरलेन सड़क पर पुलों का निर्माण कर रही है। इसमें 23 किलोमीटर सड़क कैंची मोड़ पंजाब की हद तक व आगे साढ़े आठ किलोमीटर सड़क का काम लगभग मुकम्मल होने वाला है। सड़क के निर्माण समय बरसाती पानी की निकासी का खास ध्यान रखा गया है। इसलिए पक्के नाले सड़क की साइड पर बनाए गए हैं। हाईडल नहर पर पांच करोड़ की लागत से 450 टन भार वाले 72 मीटर लंबे, 12 मीटर चौड़े और साढ़े पांच मीटर ऊंचे पुल का निर्माण इन दिनों जोरा शोर से चल रहा है। पुल की खास बात है कि इसको कोई पिल्लर स्पोर्ट नहीं लगाई गई है। कंपनी ने पुल पर स्लैब डालकर इसे दो माह में चालू करने का लक्ष्य रखा है। पुल पर स्लैब डालने समय होने वाली शटरिग को बाद में नहीं उतारा जाएगा। पुल के पास से स्लिप रोड अलग से बनाई गई , ताकि लोगों को दिक्कत का सामना न करना पड़े। पुल को पांच फीट ऊंचा करने की है योजना चार मार्गीय सड़क की खूबसूरती को बनाने के लिए कंपनी सड़क के दोनों तरफ पाम के आठ फीट लंबे और कनेर के पौधे लगा रही है। ओवर स्टील ब्रिज की खूबसूरती बनाने के लिए खास तौर पर ध्यान रखा गया है। वहीं कंपनी के प्रोजेक्ट अफसर कंवलप्रीत सिंह ने बताया कि कैंची मोड़ तक सड़क के निर्माण कार्य को इस समय फाइनल टच दिया जा रहा है। मौसम की खराबी के कारण सड़क पर सफेद पट्टी और डिवाइडर लगाने के काम में देरी हो रही है। ओवर स्टील ब्रिज के बराबर नहर पर बने पुराने पुल को ऊंचा करने की भी योजना है। इसके साथ पुल पर पानी जमा होने के कारण आवाजाही प्रभावित होने वाली समस्या का पक्का हल हो जाएगा। पुल को पांच फीट तक ऊंचा करने की योजना पर विचार चल रहा है। इसके साथ ही गुरुद्वारा बाबा गुरदित्ता और दरगाह पीर बाबा बुड्ढण शाह को जाने वाले रास्ते जो इस पुल से जुड़ते हैं, का भी खास ध्यान रखा जाएगा। पुल ऊंचा उठाने से उक्त धार्मिक स्थानों को आने जाने वाली संगत को किसी किस्म की दिक्कत न आएगी।

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