कैंप में 150 ने करवाया टीकाकरण
रूपनगर के साथ लगते गांव ख्वासपुरा के गुरुद्वारा साहिब में समाजसेवी संस्था एक नूर चैरिटेबल सोसायटी ने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कोविड-19 वैक्सीनेशन कैंप लगाया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: रूपनगर के साथ लगते गांव ख्वासपुरा के गुरुद्वारा साहिब में समाजसेवी संस्था एक नूर चैरिटेबल सोसायटी ने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कोविड-19 वैक्सीनेशन कैंप लगाया। सोसायटी के अध्यक्ष चरणजीत सिंह रूबी की अध्यक्षता में लगाए कैंप का उद्घाटन अध्यक्ष बलकार सिंह व ज्ञानी दिलबाग सिंह ने किया। कैंप दौरान सीनियर मेडिकल अफसर डा. आनंद घई भरतगढ़ के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 150 व्यक्तियों का टीकाकरण किया। कैंप के दौरान पलविदर सिंह, दविदर सिंह, राजिदर सिंह, बलबीर सिंह, भुपिदर सिंह, गुरविदर सिंह, सुरिदर छिदा, राजिदर कौर, सुंदरी रानी, जसवीर सिंह, कमलजीत सिंह मावी, जसविदर सिंह व आशा रानी आदि ने योगदान दिया।
तीन दिन में 7126 ने गटकी दो बूंद जिंदकी की
संवाद सहयोगी, रूपनगर: जिले में जारी तीन दिवसीय माइग्रेटरी पल्स पोलियो अभियान मंगलवार को समाप्त हो गया। सिविल सर्जन डा. परमिदर कुमार ने बताया कि जिलेभर में कुल 7991 घरों को कवर करते हुए 6657 बच्चों को पोलियोरोधी दवाई पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इस लक्ष्य को पार कर 7126 बच्चों को पोलियो रोधी दवाई पिलाई है। अंतिम दिन ब्लाक भरतगढ़ में 138, ब्लाक नूरपुरबेदी में आठ, ब्लाक चमकौर साहिब में 90, ब्लाक कीरतपुर साहिब में 14, ब्लाक आनंदपुर साहिब में 40, ब्लाक रूपनगर में 196, सीडी राज नगर में चार जबकि बीबीएमबी नंगल में एक बच्चे को पोलियो रोधी दवाई पिलाई गई है। कीरतपुर साहिब ब्लाक में रेबीज से बचने के बताए उपाय
संवाद सूत्र, कीरतपुर साहिब : सीनियर मेडिकल अफसर पीएचसी कीरतपुर साहिब डा. दलजीत कौर की अगुआई में मंगलवार को विश्व रेबीज दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान लोगों को रेबीज से बचने के उपाय भी बताए गए।
उन्होंने बताया कि विश्व रेबीज दिवस की इस साल की थीम रेबीज से न डरो, असलियत को समझो रखी गई है। इसके लिए कीरतपुर साहिब के अधीन पड़ते विभिन्न सेंटरों पर जागरूकता गतिविधियां की गई। उन्होंने बताया कि भारत में हर साल रेबीज से लगभग 20,000 लोगों की मौत हो जाती है और कुत्तों के काटने वाले व्यक्तियों में से 95-96 फीसद रेबीज केस हैं।
डा. जंगजीत सिंह ने बताया कि यह बीमारी खरगोश, बिल्ली, नेवला, गीदड़ और अन्य जानवरों की ओर से काटने से भी फैलती है। मानव के संपर्क में सबसे अधिक आने वाले जानवर कुत्ते से बचाव के लिए सेहत विभाग द्वारा सुझाव जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कुत्ते को परेशान न करें और न ही डराएं, खासकर खाने के समय या बांधा हो। कुत्ते द्वारा काटे जख्म को साबुन और पानी से तुरंत धोएं तथा प्राथमिक सहायता के लिए सेहत केंद्र जाएं।
कार्यक्रम में एसआइ बलवंत राय ने बताया कि अपने पालतू कुत्ते या बिल्ली को तीन माह की उम्र पर टीका लगवाएं और हर साल टीकाकरण जरूर करवाएं। इस मौके पर डा. निधि सहोता (डैंटल), सिकंदर सिंह एसआइ, सुखदीप सिंह एसआइ, भरत कपूर, दीदार चंद एसएलटी, अरविदर कौर सीएचओ उपस्थित थे।