वोकेशनल अध्यापकों ने तोड़े पुलिस बैरिकेड, वाइपीएस चौक में धरना देकर जताया रोष
वोकेशनल अध्यापक यूनियन ने सरकार की नीतियों के खिलाफ बुधवार को यहां सीएम आवास की ओर रोष मार्च निकाला।
जागरण संवाददाता, पटियाला : वोकेशनल अध्यापक यूनियन ने सरकार की नीतियों के खिलाफ बुधवार को यहां सीएम आवास की ओर रोष मार्च निकाला। यह रोष मार्च गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण से शुरू हुआ। इस दौरान पुलिस प्रशासन ने रोष मार्च निकाल रहे अध्यापकों को फव्वारा चौक पर बैरिकेड्स लगाकर रोकने की कोशिश की, पर प्रदर्शनकारी अध्यापक बैरीकेड्स तोड़कर आगे निकल गए। इस दौरान अध्यापकों व पुलिस में जोरआजमाइश भी हुई। उसके बाद प्रदर्शनकारी अध्यापकों ने यहां सीएम आवास के नजदीक स्थित वाइपीएस चौक पर धरना लगा दिया।
अध्यापकों के इस प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया था। धरने पर बैठे अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। बाद में सीएम आवास से महज 200 मीटर की दूरी पर धरने पर बैठे इन आंदोलनकारी अध्यापकों के साथ पुलिस अधिकारियों ने मीटिग करके उनकी मीटिग सीएम के ओएसडी संदीप संधू के साथ आगामी सोमवार को करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद ही वोकेशनल अध्यापकों ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया। सरकार अध्यापकों की मांगों की अनदेखी कर रही
वोकेशन अध्यापक यूनियन के राज्य उप प्रधान स्वर्णजीत सिंह विर्दी ने आरोप लगाया कि शिक्षा सचिव कंपनियों के दलाल का काम कर रहे हैं। सचिव का कहना है कि कंपनियों को किसी भी प्रकार बाहर नहीं किया जाएगा। जिससे साफ है कि शिक्षा में कार्पोरेट घराने की दखल से वह खुश हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बार-बार अध्यापकों को भरोसा देती आ रही है, पर अध्यापकों की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। जिसके चलते अध्यापकों में सरकार के प्रति रोष है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों द्वारा पिछले दो सप्ताह से गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण के नजदीक बस स्टाप पर धरना दिया जा रहा है। बावजूद इसके सरकार अध्यापकों की मांगें पूरी करने को तैयार नहीं है। अध्यापकों की साझा तालमेल कमेटी ने भी निकाला रोष मार्च
अध्यापकों की साझा तालमेल कमेटी पंजाब ने भी बुधवार को रोष मार्च निकाला। इस दौरान रोष मार्च में शामिल अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस ने अध्यापकों को रोज गार्डन से ज्यादा दूर नहीं जाने दिया। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर उनसे मांग पत्र लिया और जल्द ही उनकी सरकार नुमाइंदों से मीटिग तय करने का भरोसा दिया। इसके बाद अध्यापकों ने अपना रोष मार्च खत्म कर दिया।