22 की मीटिंग में मांगों का हल नहीं निकला तो वोकेशनल शिक्षक 23 को सीएम आवास घेरेंगे

रेगुलर करने की मांग को लेकर 11 दिनों से पक्के धरने पर बैठे एनएसक्यूएफ वोकेशनल अध्यापक यूनियन पंजाब ने 23 जून को सीएम आवास के घेराव का एलान कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 07:41 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 07:41 PM (IST)
22 की मीटिंग में मांगों का हल नहीं निकला तो  वोकेशनल शिक्षक 23 को सीएम आवास घेरेंगे
22 की मीटिंग में मांगों का हल नहीं निकला तो वोकेशनल शिक्षक 23 को सीएम आवास घेरेंगे

जागरण संवाददाता, पटियाला : रेगुलर करने की मांग को लेकर 11 दिनों से पक्के धरने पर बैठे एनएसक्यूएफ वोकेशनल अध्यापक यूनियन पंजाब ने 23 जून को सीएम आवास के घेराव का एलान कर दिया है। जानकारी देते हुए यूनियन के प्रदेश प्रधान राय साहब सिंह सिद्धू, प्रदेश उप प्रधान डा. नवनीत कुमार, स्वर्णजीत सिंह विर्दी, सुरिदर कंबोज, दलवीर सिंह मोगा, मनजिदर सिंह तरनतारन और सदस्यों ने बताया कि पिछले दिनों सीएम आवास के घेराव के दौरान प्रशासन की तरफ से उन्हें 18 जून को मीटिग का आश्वासन दिया था, जिसे स्थगित करके 22 जून कर दिया गया है। जिससे यूनियन के सदस्यों में रोष है। इसी रोष के चलते मीटिग न होने के सूरत में यूनियन नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मीटिग के दौरान उनकी मांगों का कोई ठोस हल नहीं निकलता तो 23 जून को सीएम आवास का घेराव किया जाएगा।

नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार पिछले सात सालों से वोकेशनल अध्यापकों को कंपनियों के लेवल अधीन भर्ती करके 17000 रुपये वेतन के बजाय छह सात हजार रुपये हर महीने कटौती कर रही है। यही नहीं हर बार खजाना खाली होने का हवाला देने वाली सरकार पिछले सात साल से इन कंपनियों को 42 से 45 करोड़ रुपये अदा कर चुकी है, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड में 955 सरकारी स्कूलों में प्रोफेशनल कोर्स 1910 अध्यापकों द्वारा मेहनत के साथ सेवा निभाई जा रही है। जिसके निष्कर्ष के तौर पर सैकड़ों विद्यार्थी स्वरोजगार, मल्टी नेशनल कंपनियों में बहुत ही अच्छी तनख्वाह पर नौकरियां कर रहे हैं, पंजाब सरकार इन आंकड़ों को घर-घर नौकरी में शामिल करके वाहवाही लूट रही है, परंतु जिन वजह से यह संभव हो रहा है उनको भीख मांगकर सरकारी खजाना भरने, अपने खून के साथ सरकार को दुहाई पत्र भेजने, बूट पालिश, पुतला फूंककर प्रदर्शन व रोष रैलियां करने के लिए सड़कों पर आने को मजबूर होना पड़ रहा है।

chat bot
आपका साथी