गांव मैण में गांववालों ने नहीं रखने दी गोदाम में फसल

गांव मैण में स्थित जतिन गोदाम का मामला फिर से गर्मा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 07:02 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 07:58 PM (IST)
गांव मैण में गांववालों ने नहीं रखने दी गोदाम में फसल
गांव मैण में गांववालों ने नहीं रखने दी गोदाम में फसल

जागरण संवाददाता, पटियाला : गांव मैण में स्थित जतिन गोदाम का मामला फिर से गर्मा गया है। वीरवार को खाद्यापूर्ति विभाग ने भारी संख्या में पुलिस कर्मचारी लेकर गोदाम में फसल लगाने का प्रयास किया पर गांववालों के विरोध के चलते विभागीय अधिकारियों को वापस लौटना पड़ा। फिलहाल विभाग मामले पर चुप है। उधर, गांववालों का कहना है कि वह इस गोदाम में कोई भी फसल नहीं लगने देंगे।

जानकारी अनुसार पिछले करीब दो साल पहले गांव मैण में स्थित जतिन गोदाम में धान की फसल रखी गई थी। फसल पर दवा का स्पे नहीं करने पर गोदाम में पड़ी फसल में सुसरी पैदा हो गई। सुसरी की संख्या इतनी ज्यादा हो गई कि गांव का हर घर इसकी समस्या से परेशान था। गांववालों की शिकायत पर जिला प्रशासन ने गोदाम बंद कर दिया था। वीरवार को फिर से खाद्यापूर्ति विभाग द्वारा गोदाम में फसल लगाने का प्रयास किया गया। इस दौरान विभाग के अधिकारी पुलिस बल साथ लाए थे पर गांववालों ने विभाग के खिलाफ रोष प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। गांववालों के विरोध के चलते विभाग के अधिकारियों को बिना कोई कार्रवाई किए लौटना पड़ा।

इस बारे में खाद्यापूर्ति विभाग के डीएफएससी हरशरनजीत सिंह बराड़ ने कहा कि गोदाम पिछले समय से बंद था। इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से कोई स्टे भी नहीं लगाई गई थी। वीरवार को काफी संख्या में पुलिस कर्मचारियों के साथ गोदाम में फसल लगाने का प्रयास किया गया था। पर गांव के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। जिसके चलते गोदाम में फसल का स्टाक नहीं रखा गया। इस मामले संबंधी विभाग के उच्चाधिकारियों से बातचीत जाएगी और जो निर्देश मिलेंगे उसके आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी। करीब दो साल पहले भी इस जतिन गोदाम के कारण गांव के हर घर में सुसरी फैल गई थी। जिसके चलते लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। मामला हाई कोर्ट में चल रहा है, बावजूद इसके प्रशासन पुलिस कर्मियों के साथ धक्के से इस गोदाम में फसल रखना चाहता है। वीरवार को गांव के लोगों द्वारा विरोध किया गया और इस दौरान धरना भी लगाया गया। जिसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी लौट गए। गोदाम में कोई फसल नहीं लगने देंगे। अगर प्रशासन ने गांव निवासियों के साथ धक्का किया तो संघर्ष का रास्ता अपनाया जाएगा।

- दर्शन सिंह, सरपंच गांव मैण

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