ईलीट मेन्स नेशनल बाक्सिग में वरिदर ने जीता गोल्ड
कर्नाटक के बेल्लारी में 15 से 21 सितंबर तक आयोजित ईलीट मेन्स नेशनल बाक्सिग चैंपियनशिप में पटियाला के 24 वर्षीय वरिदर सिंह ने गोल्ड मेडल जीतकर पटियाला का नाम रोशन किया है
जागरण संवाददाता, पटियाला : कर्नाटक के बेल्लारी में 15 से 21 सितंबर तक आयोजित ईलीट मेन्स नेशनल बाक्सिग चैंपियनशिप में पटियाला के 24 वर्षीय वरिदर सिंह ने गोल्ड मेडल जीतकर पटियाला का नाम रोशन किया है, वहीं वर्ल्ड बाक्सिग चैंपियनशिप में भी अपनी जगह पक्की कर ली है। वरिदर ने अभी से इसकी तैयारी शुरू कर दी है। वरिदर ने बताया कि जून 2021 में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में उसने ब्रांज मेडल जीता जबकि इससे पहले 12 साल से पंजाब का कोई भी खिलाड़ी क्वालीफाई भी नहीं कर सका है। इसके अलावा साल 2019 में नेपाल में आयोजित साउथ एशियन गेम्स में भी वह सिल्वर मेडल जीत चुके हैं।
वरिदर करीब 12 अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेट्स में हिस्सा लेकर अच्छी पोजीशन हासिल कर चुका है। उसने अपनी सारी सफलताओं का श्रेय कोच व रिटायर्ड डीएसओ हरप्रीत सिंह हुंदल को दिया। वरिदर रेलवे में बतौर टीटीई नौकरी करता है। चैंपियनशिप में उसने भारतीय रेलवे की तरफ से ही हिस्सा लिया था। पिता का सपना पूरा करने को शुरू की बाक्सिग
वरिदर ने कहा कि उसका जन्म गुरदासपुर जिले के गांव दबुर्जी में हुआ था। पिता पंजाब पुलिस में हेड कांस्टेबल थे तो नौकरी की वजह से पटियाला शिफ्ट होना पड़ा। वह जब 14 साल का था तब पिता की मौत हो गई थी। पिता खुद भी रेसलर थे। पिता का सपना था कि वह बाक्सिग में अच्छा प्रदर्शन करके इंटरनेशनल स्तर पर देश का नाम रोशन करें। जिसे पूरा करने के लिए उसने जी जान से तैयारी की और अब यह मुकाम हासिल हुआ कि सर्बिया के बेलग्रेड में आगामी 24 अक्टूबर से छह नवंबर तक होने वाली वर्ल्ड बाक्सिग चैंपियनशिप में हिस्सा लेगा। उसने कहा कि पिता की मौत के बाद उसकी परवरिश उसके दादा दादी ने की है। पंजाब सरकार से सहयोग नहीं
वरिदर ने बताया एशियन चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के बाद हर राज्य में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों का राज्य सरकारों की तरफ से सम्मान किया गया, लेकिन पंजाब सरकार ने उसकी कोई सुध नहीं ली। उसने सरकार से युवा खिलाड़ियों के लिए पाजिटिव प्रयास करने की मांग की है ताकि वह भविष्य में अपने राज्य और पंजाब सरकार का नाम रोशन कर सकें।