21वें दिन भी टावर और डटे रहे बेरोजगार अध्यापक

रोजगार की मांग को लेकर बीएसएनएल टावर पर लगातार 21 दिनों से बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास अध्यापक डटे हुए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 03:01 AM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 03:01 AM (IST)
21वें दिन भी टावर और डटे रहे बेरोजगार अध्यापक
21वें दिन भी टावर और डटे रहे बेरोजगार अध्यापक

जागरण संवाददाता, पटियाला : रोजगार की मांग को लेकर बीएसएनएल टावर पर लगातार 21 दिनों से बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास अध्यापक डटे हुए हैं। लगातार भूखे प्यासे बैठने कारण दोनों बेरोजगार अध्यापकों में शारीरिक हालत दिन-ब-दिन बिगड़नी शुरू हो गई है, वहीं जिला प्रशासन और पंजाब सरकार द्वारा उनकी मांगों संबंधी कोई ठोस फैसला ना लेने के रोष में बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास यूनियन ने रविवार को सीएम आवास के घेराव का एलान कर दिया है। बेरोजगारों का आरोप है कि पटियाला प्रशासन और पंजाब सरकार की तरफ से दोनों बेरोजगार अध्यापकों की मांगों संबंधी कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही जिससे समूचे बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास उम्मीदवारों में रोष है। बेरोजगारों ने एलान किया रविवार को यूनियन द्वारा बड़े स्तर पर प्रदर्शन की सारी तैयारियां लगभग मुकम्मल हो चुकी है। रविवार को सीएम आवास के घेराव के लिए बेरोजगार बारादरी गार्डन में एकत्रित होकर सीएम आवास की तरफ रोष मार्च निकालेंगे। उन्होंने एलान किया कि पिछली बार की तरह इस बार भी बेरोजगार बिलकुल सीएम आवास के बाहर पहुंचकर नारेबाजी करके अपनी मांग सीएम तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे।

इस मौके पर हरजीत मानसा और सुरिदरपाल गुरदासपुर ने कहा कि पंजाब के बेरोजगारों को कोरोना की अपेक्षा अधिक खतरा कैप्टन सरकार से है। कैप्टन सरकार ने कोरोना की आड़ में अलग-अलग विभागों में असामियां खत्म करके निजीकरण की नीतियों को लागू करने में लगी हुई है, जिसके कारण रोजगार ना मिलने के कारण नौजवान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार की तरफ से लोगों के संघर्ष को दबाने के लिए कोरोना के नाम नीचे पंजाब में अल्ग-अल्ग पाबंदियां लगाई जा रही हैं।

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