यह बेरोजगार का घर, कांग्रेस के नेता यहां वोट मांगने न आएं

बेरोजगारों ने चुनाव में किए वादे पूरे न करने 31 मई को हुई पैनल मीटिग के बेनतीजा रहने व सरकार की खामोशी से खफा होकर आगामी विधान सभा चुनाव में कांग्रेस सरकार का बायकाट करने का फैसला किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 06 Jun 2021 08:16 PM (IST) Updated:Sun, 06 Jun 2021 08:16 PM (IST)
यह बेरोजगार का घर, कांग्रेस के नेता यहां वोट मांगने न आएं
यह बेरोजगार का घर, कांग्रेस के नेता यहां वोट मांगने न आएं

जागरण संवाददाता, पटियाला : कांग्रेस सरकार घर-घर रोजगार और बेरोजगारी भत्ते देने से भाग चुकी है। यह बेरोजगार का घर, इसलिए कांग्रेस के नेता यहां वोट मांगने न आएं। ऐसे पोस्टर अपने घरों के बाहर चिपकाकर बेरोजगारों ने आगामी विधान सभा चुनाव में कांग्रेस सरकार का बायकाट करने का ऐलान कर दिया है। बेरोजगारों ने पोस्टरों में लिखा है कि कांग्रेस सरकार घर-घर रोजगार और बेरोजगारी भत्ते से भाग चुकी है। इसलिए मैं एक बेरोजगार अपने परिवार समेत कांग्रेस का बायकाट करता हूं। चुनाव के समय कोई भी कांग्रेस मेरे घर वोट मांगने न आए।

रविवार को बेरोजगार सांझा मोर्चा के सदस्यों ने इसकी शुरुआत कर दी है और जून में इस मुहिम के तहत राज्य भर के करीब दस हजार बेरोजगारों के घरों के बाहर ऐसे पोस्टर लगाकर कांग्रेस पार्टी का बायकाट करने का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही बेरोजगारों ने आठ जून को सीएम आवास के घेराव का भी ऐलान कर दिया है। यह जानकारी बेरोजगार साझा मोर्चा के प्रांतीय प्रधान सुखविदर सिंह ढिलवां ने दी। यूनियन के नेताओं सुखविदर सिंह ढिलवां, जगसीर सिंह घुमाण, हरजिदर सिंह झुनीर, कृष्ण सिंह नाभा और सुखदेव सिंह जलालाबाद ने कहा कि कांग्रेस सरकार घर-घर नौकरी और बेरोजगारी भत्ता देने से न केवल भागी है बल्कि अनेकों बार मीटिगों के बहाने लगा कर भी बेरोजगारों के मसले हल करने के लिए मीटिगें नहीं की जा रही। राज्य भर में 40 हजार खाली पद खाली पड़े

सुखविदर सिंह ने बताया कि राज्य भर में बीएड, आर्ट एंड क्राफ्ट, पीटीआइ, डीपीई और बेरोजगार मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर की 40 हजार के करीब खाली पोस्टें पड़ी हैं। कांग्रेस सरकार ने चुनाव के समय घर-घर नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद नौकरी देना तो दूर, बेरोजगारों से मीटिग करने को भी तैयार नहीं। करीब 159 दिन से शिक्षा मंत्री पंजाब के दरवाजे पर बैठे बेरोजगारों की कोई सुध नहीं ली जा रही। मीटिगों के बहाने बेरोजगारों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। बीती छह मई और 24 मई को होने वाली मीटिग स्थगित करके बेरोजगारों के साथ धोखा किया है। इसी तरह 31 मई की पैनल मीटिग में एमपी सिंह सचिव कम ओएसडी टू सीएम पंजाब ने बेरोजगार मोर्चे को यह कहकर झटका दे दिया कि वह बेरोजगारों की मांगों से अवगत नहीं। जिस कारण बेरोजगारों में रोष है और बेरोजगार इसका जवाब आने वाली विधान सभा चुनाव में देंगे। बेरोजगार सांझा मोर्चा में शामिल यूनियनें

- बेरोजगार आर्ट एंड क्राफ्ट अध्यापक यूनियन

- बेरोजगार पीटीआई 646 अध्यापक यूनियन

- आल पंजाब 873 बेरोजगार डीपीई अध्यापक यूनियन

- बेरोजगार मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर यूनियन

- टीईटी पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन।

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