नवनियुक्त अध्यापकों की चार दिवसीय इंडक्शन ट्रेनिग शुरू
राज्य शिक्षा खोज और प्रशिक्षण परिषद पंजाब की तरफ से जिले के अलग-अलग स्कूलों में ट्रेनिक शुरू।
जागरण संवाददाता, पटियाला: राज्य शिक्षा खोज और प्रशिक्षण परिषद पंजाब की तरफ से जिले के अलग-अलग ब्लाकों में पंजाबी, गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, सामाजिक शिक्षा और हिदी विषयों के हाल ही में पंजाब सरकार की तरफ से नव-नियुक्त अध्यापकों की चार दिवसीय ट्रेनिग वर्कशाप शुरू हो गई है। सचिव स्कूल शिक्षा पंजाब कृष्ण कुमार के दिशा निर्देशों अनुसार अलग-अलग विषयों के नव-नियुक्त मास्टर, मिस्ट्रेस ट्रेनिग वर्कशाप के पहले दिन जिलों के अलग-अलग स्कूलों के प्रिंसिपल ने शुभकामनाएं दी।
जिला शिक्षा अफसर (सेकेंडरी) हरिदर कौर की देख-रेख में शुरू हुई उक्त मुहिम के अंतर्गत जहां सरकारी को-एड मल्टीपर्पज सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पासी रोड में प्रिंसिपल तोता सिंह चहल नेशनल अवार्डी ने नव-नियुक्त अध्यापकों को कहा कि विभाग के सरकारी स्कूलों में काम करने के इस बेहतरीन अवसर को समूह नव-नियुक्त अध्यापक एक सुनहरी युग में बदलने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाएं। सरकारी स्कूलों की कारगुजारी, प्रगति और उपलब्धि्यों की सूची बहुत ही बेहतरीन और प्रशंसा योग्य है और नव-नियुक्त अध्यापक स्कूली शिक्षा को और भी बढि़या स्थान पर पहुंचाने में अहम योगदान डाल सकते हैं।
प्रशिक्षण वर्कशाप के पहले दिन नव नियुक्त अध्यापकों को स्कूलों की सुबह की सभा, गुणात्मक शिक्षा के प्रोग्राम 'पढ़ो पंजाब, पढ़ाओ पंजाब' स्कूल में बढि़या नतीजा के लिए चलाए जा रहे मिशन शतप्रतिशत के अंतर्गत की जाने वाली क्रिया और पहलकदमियों के बारे में जानकारी दी गई। नवनियुक्त अध्यापकों को पंजाब एजुकेयर एप का प्रयोग, स्कूलों में विद्यार्थियों के बड्डी ग्रुपों की क्रियाओं, दीक्षा एप, इंग्लिश बुस्टर क्लबों की गतिविधियों, उड़ान प्रोजेक्ट के अंतर्गत भेजी जाने वाली स्लाइडों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। नवनियुक्त अध्यापकों को सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मुकाबलों की परीक्षाओं जैसे कि नेशनल अचीवमेंट सर्वे, राष्ट्रीय प्रतिभा खोज मुकाबलों और पंजाब राज प्रतिभा खोज मुकाबलों की तैयारियों संबंधी किये जाने वाले प्रयासों बारे भी बताया जायेगा। स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए विभाग की कोशिशों बारे भी नव-नियुक्त अध्यापकों को विस्तार में जानकारी दी जायेगी। इन प्रशिक्षण वर्कशाप का संचालन डा. पुष्पिंदर कौर, रमनजीत सिंह और रणजीत सिंह उपस्थित थे।