विकराल रूप ले रहा डेंगू, 45 नए केस मिले, कुल हुए 326, इनमें 241 शहरी इलाकों से

जिले में डेंगू विकराल रूप धारण करता जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 07:16 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 07:16 PM (IST)
विकराल रूप ले रहा डेंगू, 45 नए केस मिले, 
कुल हुए 326, इनमें 241 शहरी इलाकों से
विकराल रूप ले रहा डेंगू, 45 नए केस मिले, कुल हुए 326, इनमें 241 शहरी इलाकों से

जागरण संवाददाता, पटियाला : जिले में डेंगू विकराल रूप धारण करता जा रहा है। आंकड़ों के हिसाब से गांवों के मुकाबले शहरी ज्यादा लापरवाह होते जा रहे हैं। बारिश के कारण घरों के भीतर सहित आसपास इलाकों में जमा हुए पानी के कारण डेंगू के मच्छरों का लारवा मिलना लगातार जारी है। जिले में अब तक डेंगू के 326 केस हो गए हैं, जिनमें आज मिले 45 केस भी शामिल हैं। इसकी गंभीरता को देखते हुए सिविल सर्जन ने आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्यों के साथ मीटिग करके चर्चा की है कि इसकी रोकथाम कैसे की जाए।

सिविल सर्जन डा. प्रिस सोढी ने बताया कि पिछले कुछ दिन से डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसका कारण लोगों द्वारा डेंगू का लारवा पैदा करने वाले जमा हो रहे पानी के स्त्रोतों को नष्ट नहीं करना है। शुक्रवार को ड्राई-डे के अवसर सिविल सर्जन खुद शहर में निकले और घरों में जाकर खुद डेंगू का लारवा चेक करके लोगों को जागरुक किया। वह बडूंगर एरिया में सेहत विभाग की टीम के साथ पहुंचे और घरों में जाकर जमा पानी के स्त्रोतों की चेकिग की। कालोनी के बहुत से घर जो बंद पड़े थे, उनमें पानी के स्त्रोतों की चेकिग न होने से मच्छरों का लारवा होने का शक था। एंटी लारवा टीमों ने वार्ड के एमसी के साथ बातचीत करके बंद पड़े मकान मालिकों को बुलाकर डेंगू का लारवा चेक करवाया। आज सेहत विभाग की टीमों ने जिलेा के 23267 घरों में जाकर पानी के स्त्रोत चेक किए। 421 घरों में डेंगू का लारवा मिला जिसे नष्ट करवाया गया। सिविल सर्जन डा. सोढी ने बताया कि अब तक 326 डेंगू के केस केस रिपोर्ट हो चुके हैं। जिनमें से 241 शहरी, 85 ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। बठोणियां गांव से डेंगू के केस आने जारी

नोडल अफसर डा. सुमित सिंह ने बताया कि गांव बठोणियां में बुखार की स्थिति काबू में है। आज गांव मे छह और डेंगू के केस आए हैं जबकि 14 केस वीरवार को आए थे। अब तक वहां के डेंगू केसों की संख्या 22 हो गई है। आज भी इस गांव के 183 घरों का सर्वे किया, आठ स्थानों पर लारवा मिलने पर लारवा नष्ट करवा दिया। 92 घरों में इंडोर स्प्रे करवाया। सीनियर मेडिकल अफसर घनौर की तरफ से कैंप लगाया गया है। म्यूनिसिपल कमेटी ने फोगिग करवा दी है।

उपलब्ध बेड के 30 प्रतिशत हुए इस्तेमाल

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के साथ प्राइवेट अस्पतालों के डाक्टरों संग सिविल सर्जन ने मीटिग करके प्रबंधों का जायजा लिया। मीटिग में मौजूद रहे नोडल अफसर डा. सुमित सिंह ने अस्पतालों में डेंगू के दाखिल मरीजों सहित मौजूद बेड की स्थिति की जानकारी ली। पटियाला के अस्पतालों में फिलहाल डेंगू के उपलब्ध बेडों मे से 30 प्रतिशत इस्तेमाल हो रहे हैं। इस समय पटियाला के सरकारी अस्पताल में 19 मरीज हैं। वहीं, राजपुरा के सिविल अस्पताल में दो और प्राइवेट अस्पतालों में दस मरीज दाखिल हैं। अलीजा टेस्ट के बिना डेंगू का कन्फर्म केस न करें घोषित

इस दौरान सिविल सर्जन ने कहा कि अलीजा टेस्ट के बगैर किसी भी मरीज को डेंगू का कन्फर्म केस घोषित न किया जाए और डेंगू की जानकारी जिला सेहत विभाग को जरूर दें। प्राइवेट अस्पताल गाइडलाइंस के अनुसार ही डेंगू के मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाएं और इलाज के लिए भी गाइडलाइन का इस्तेमाल करें। अस्पताल में अलग से डेंगू कार्नर बनाएं। सिविल सर्जन डा. सोढी ने बताया कि डेंगू का मुफ्त टेस्ट राजिदरा अस्पताल, माता कौशल्या अस्पताल, सिविल अस्पताल नाभा और राजपुरा में उपलब्ध है। आइएमए के प्रधान डा. नीरज ने अपने सदस्यों को यह संदेश पहुंचने का भरोसा दिया। मीटिग में आइएमए के प्रधान नीरज गोयल, वर्धमान महावीर अस्पताल से डा. एनपी सिंह और डा. संभव जैन, कोलंबिया एशिया अस्पताल से डा. प्रभजोत कौर, कम्युनिटी सेहत केंद्र त्रिपड़ी से सीनियर मेडिकल अफसर डा. विकास गोयल, माडल टाउन से डा. ठाकुरवीर, माता कौशल्या अस्पताल से डा. भवनीत कौर, राजिदरा अस्पताल से डा. सचिन कौशल मौजूद रहे।

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