हादसे में पंजाबी सिनेमा के डायरेक्टर व एनआरआइ के बेटे सहित तीन की मौत

थाना भादसों इलाके में एक ही बाइक पर सवार होकर जा रहे तीन युवकों को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 11:59 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 11:59 PM (IST)
हादसे में पंजाबी सिनेमा के डायरेक्टर व एनआरआइ के बेटे सहित तीन की मौत
हादसे में पंजाबी सिनेमा के डायरेक्टर व एनआरआइ के बेटे सहित तीन की मौत

जागरण टीम, भादसों, नाभा, पटियाला : थाना भादसों इलाके में एक ही बाइक पर सवार होकर जा रहे तीन युवकों को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। वीरवार सुबह करीब दस बजे हुए इस हादसे में तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में से एक की पहचान 22 साल के युवइंदर सिंह उर्फ युवी निवासी अलहौरां कालोनी नाभा, संदीप निवासी अलहौरां खुर्द और 21 वर्षीय बिक्रमजीत निवासी गांव कोटली, नाभा के रूप में हुई है। युवइंदर पंजाबी सिनेमा के शार्ट फिल्म व वीडियो डायरेक्टर-प्रोड्यूसर अजय सहोता के बेटे थे। उक्त युवकों में दो हाल ही में काम पर लगे थे जबकि एक युवक का काम पर पहला दिन था। तीनों युवक अविवाहित थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर अस्पताल भिजवा दिया। यह हादसा भादसों-नाभा रोड स्थित गांव सकराली के नजदीक हुआ है और इन बाइक सवारों को टक्कर मारने वाले वाहन की पहचान नहीं हो पाई है। तीनों दोस्त भादसों स्थित माधव फैक्ट्री में नाइट ड्यूटी करने के बाद घर लौट रहे थे।

उक्त तीनों युवक आपस में दोस्त थे। संदीप कंबाइन ड्राइवर था जबकि अन्य दोनों पढ़े लिखे युवक थे। करीब दो दिन पहले ही तीनों भादसों स्थित एक लोहे की फैक्ट्री में काम पर लगे थे। तीनों एक साथ युवी की बाइक पर काम पर जाते थे। बुधवार रात को काम से घर लौट रहे थे तो रास्ते में हादसे का शिकार हो गए। दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीसरे ने बाद में दम तोड़ा। एएसआइ गुरबचन सिंह ने बताया कि सबसे पहले युवइंदर की पहचान हुई थी, जिसके बाद उनके परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे थे। मामले में अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। घटनास्थल पर कुछ लोग ट्रक की फेट लगने का दावा कर रहे थे लेकिन पड़ताल के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। लाकडाउन खत्म होते ही इटली जाना था विक्रम ने

हादसे में मारे गए विक्रमजीत के पिता केसर सिंह करीब 15 साल से इटली में रह रहे हैं। वह माता-पिता की इकलौती संतान था और कई बार विदेश जाने के लिए अपनी फाइल लगाई थी। हर बार फाइल रिजेक्ट हो जाती थी लेकिन इस बार उसकी फाइल क्लियर हो गई थी। लाकडाउन खत्म होने के बाद उसने विदेश जाना था। इन दिनों घर पर खाली था तो उसने दोस्तों के साथ काम पर जाने का फैसला किया और पहले दिन ही काम पर गया था। मनाही के बावजूद जबरन काम पर लगा था युवी

युवी के परिवार वालों ने बताया कि पंजाबी सिनेमा से जुड़े होने की वजह से पिता के पास बहुत काम था। युवी ने कंप्यूटर में डिप्लोमा किया हुआ था, इस वजह से पिता साथ में काम करने की बात कह रहे थे। मना करने के बावजूद वह भादसों में नौकरी करने के लिए दो दिन पहले ही काम में लगा था। परिवार के लोगों ने कहा था कि वह घर से ही पांच या सात हजार रुपये ले सकता है लेकिन काम करने इतनी दूर लाकडाउन में न जाए। बावजूद इसके युवी दोस्तों के साथ काम पर लग गया। युवी दो बहनों का इकलौता भाई था, एक बहन शादीशुदा है तो दूसरी छोटी है। वहीं, संदीप तीन भाइयों में सबसे छोटा था। पहले वह कंबाइन का सीजन लगाने के लिए बिहार गया था, जहां से वह लौट आया था। इन दिनों खाली होने पर वह भी भादसों में फैक्ट्री पर काम लगा था।

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