अटेंडेस रजिस्ट्रार को भेजने के खिलाफ डटा अध्यापक संघ

पंजाबी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने गत दिनों आदेश जारी किया था कि नॉन टीचिग मुलाजिमों की अटेंडेंस सुबह नौ बजकर बीस मिनट पर उनकी ईमेल पर भेजी जाए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 07:10 AM (IST) Updated:Sat, 04 Sep 2021 07:10 AM (IST)
अटेंडेस रजिस्ट्रार को भेजने के खिलाफ डटा अध्यापक संघ
अटेंडेस रजिस्ट्रार को भेजने के खिलाफ डटा अध्यापक संघ

जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने गत दिनों आदेश जारी किया था कि नॉन टीचिग मुलाजिमों की अटेंडेंस सुबह नौ बजकर बीस मिनट पर उनकी ईमेल पर भेजी जाए। इस फैसले के खिलाफ पंजाबी यूनिवर्सिटी अध्यापक संघ उतर आया है। इसके चलते संघ द्वारा वाइस चांसलर को पत्र देकर तुरंत इस फैसले को रद करने की मांग की गई है। संघ सदस्यों का कहना है कि अगर रजिस्ट्रार दफ्तर ने अपना फैसला वापस नहीं लिया तो वह इस फैसले के खिलाफ संघर्ष का रास्ता अपनाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी रजिस्ट्रार दफ्तर की होगी।

पंजाबी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डा. वरिदर कौशिक द्वारा 26 अगस्त को एक पत्र जारी किया गया था। पत्र में विभागों के हेड को विभागों में काम कर रहे नॉन टीचिग कर्मचारियों की अटेंडेंस रोजाना सुबह 9.20 बजे तक रजिस्ट्रार दफ्तर को ईमेल के जरिए भेजने को कहा गया था। ज्ञात हो कि इससे पहले पंजाबी यूनिवर्सिटी कर्मचारी नान टीचिग संघ द्वारा भी रजिस्ट्रार के इस फैसले का विरोध किया जा चुका है।

पंजाबी यूनिवर्सिटी अध्यापक संघ के प्रधान डा. निशान सिंह दयोल और महासचिव अवनीत ने कहा कि विभागों में काम कर रहे कर्मचारियों की अटेंडेंस चेक करना विभागीय हेड की जिम्मेदारी है। विभागीय हेड अपनी पूरी ईमानदारी से ड्यूटी निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रार द्वारा अध्यापकों के अधिकार क्षेत्र में दखलअंदाजी की जा रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संघ सदस्यों ने कहा कि रजिस्ट्रार को चाहिए कि वह तुरंत अपना यह फैसला वापस ले। अध्यापकों की मांगों का निपटारा करे पीयू

पंजाबी यूनिवर्सिटी अध्यापक संघ ने कहा कि अध्यापकों का करियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत लंबे समय से बकाया, प्रमोशन के निर्देश जारी करने संबंधी जल्द कार्रवाई की जाए। इस दौरान डा. निशान ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा स्टेप अप इंक्रीमेंट लगाने का काम धीरे-धीरे किया जा रहा है। जबकि इस काम को जल्द पूरा करवाने के लिए अध्यापक जत्थेबंदी द्वारा यूनिवर्सिटी अधिकारियों से लगातार संपर्क किया गया। उन्होंने कहा कि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन अध्यापकों की मांगों को पूरा करने में टालमटोल करेगा, उसके खिलाफ अध्यापक संघर्ष शुरू करेंगे।

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