अध्यापकों को टावर से उतारने के लिए जिला प्रशासन का प्रयास असफल
रोजगार की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे दोनों बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास अध्यापक को लीला भवन स्थित बीएसएनएल टावर पर 54 दिनों से बैठे हुए हैं
जागरण संवाददाता, पटियाला
रोजगार की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे दोनों बेरोजगार ईटीटी टीईटी पास अध्यापक को लीला भवन स्थित बीएसएनएल टावर पर 54 दिनों से बैठे हुए हैं। वीरवार को जिला प्रशासन की तरफ से बेरोजगारों को टावर से नीचे उतारने के मकसद से यूनियन की प्रांतीय कमेटी के साथ मीटिग की गई। जिला प्रशासन की तरफ से यूनियन के प्रांतीय प्रधान दीपक कंबोज को जल्द मांगें मानने का अश्वासन देते हुए टावर पर बैठे प्रदर्शनकारियों को टावर से नीचे उतारने की बात कही गई। जिस संबंधी यूनियन द्वारा प्रदर्शनकारियों से फोन पर बात भी की गई, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने मांगें मानने संबंधी लिखित आश्वासन मिलने तक प्रदर्शन जारी रखने की बात कहकर जिला प्रशासन का प्रस्ताव ठुकरा दिया।
लंबा समय भूखे प्यासे रहने कारण बेरोजगार अध्यापकों की हालत लगातार बिगड़नी शुरू हो गई है। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे सुरिदरपाल गुरदासपुर और हरजीत मानसा ने कहा कि सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार मीटिगें करके मांगें मानने के आश्वासन दिए जा चुके है, लेकिन अब तक कोई भी आश्वासन पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करती वह टावर पर डटे रहेंगे। इस दौरान अगर उनकी हालत बिगड़ती है या कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसकी पूरी जिम्मेवारी जिला प्रशासन और सरकार की होगी।