छलका व्यापारियों का दर्द, कहा-धरने से 150 दुकानों की तीन दिन से आमदनी बंद

धरने के कारण पिछले तीन दिन से फव्वारा चौक स्थित 150 के करीब दुकानों की आमदनी बिल्कुल बंद है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 07:30 PM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 07:30 PM (IST)
छलका व्यापारियों का दर्द, कहा-धरने से 150 दुकानों की तीन दिन से आमदनी बंद
छलका व्यापारियों का दर्द, कहा-धरने से 150 दुकानों की तीन दिन से आमदनी बंद

जागरण संवाददाता, पटियाला : धरने के कारण पिछले तीन दिन से फव्वारा चौक स्थित 150 के करीब दुकानों की आमदनी बिल्कुल बंद है। कोरोना महामारी के बाद उम्मीद थी कि इस बार त्योहारों के सीजन में बिगड़ चुकी आर्थिक स्थिति संतुलित हो जाएगी, लेकिन इस उम्मीद को भी सीएम सिटी में प्रदर्शनकारियों ने छीनकर एक बार फिर से उन्हें भारी वित्तीय नुकसान की ओर धकेल दिया है।

यह बातें वीरवार को ठीकरी वाला चौक धरनास्थल पर पहुंचे फव्वारा चौक एसोसिएशन समेत व्यापार मंडल के सदस्यों ने प्रदर्शनकारियों को कही। साथ ही धरने को किसी और जगह पर शिफ्ट करने तथा जाम रास्ते को खोलने का आग्रह किया। इसके बावजूद धरनाकारियों ने न तो रास्ता खोला और न ही धरना शिफ्ट किया। तीसरे दिन भी सेवा सिंह ठीकरी वाला चौक में ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा (पंजाब) का प्रदर्शन जारी रहा। वहीं प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि वह 15 साल से ठेके पर काम कर हर हैं, इसके बावजूद किसी सरकार ने उनकी सुध नहीं ली। इस कारण मजबूरन उन्हें सड़कों पर आना पड़ा है।

इस दौरान कारोबारी राज कुमार ने कहा कि बेशक संविधान ने हमें अपने अधिकारों की पूर्ति के लिए प्रदर्शन या धरने आदि लगाने का अधिकार दिया है, लेकिन इस अधिकार का प्रयोग कर दूसरों के अधिकारों को नुकसान पहुंचाने का कोई अधिकार नहीं है। कारोबारियों का कहना है कि दुकान तक कोई ग्राहक आ नहीं रहा और सरकार के अन्य विभाग दुकानदारों को जल्द से जल्द सभी तरह से टैक्सों की भरपाई तुरंत करने की चेतावनी दे रहे हैं। सभी कारोबारियों ने संयुक्त रूप से चेतावनी दी कि यदि स्थिति नहीं सुधरी तो वे भी अपनी दुकानें बंद करके धरना दे देंगे। कारोबारी प्रवीन कुमार, रवीश गर्ग, दर्शन आहुजा और हरप्रीत सिंह सन्नी ने संयुक्त रूप से कहा कि संगठनों द्वारा धरने प्रदर्शन लगाना जायज है, लेकिन इससे शहर के दुकानदार, छोटे कारोबारी या शहर का आम नागरिकों का नुक्सान करना जायज नहीं। दुकानदार, व्यापारी और शहर धरनों से प्रभावित

कारोबारी सतीश कुमार, प्रतीक जैन और राजन सिगला ने कहा कि शहर का दुकानदार, छोटा व्यापारी और शहर का ट्रैफिक इस समय प्रदर्शनकारियों के कारण बुरी तरह से प्रभावित है। प्रदर्शन के चलते जिन लोगों को वित्तीय नुकसान हो रहा है उसकी भरपाई कहीं से भी संभव नहीं है। टीकरी वाला चौक से बस स्टैंड चौक तक किया रोष मार्च

ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा (पंजाब) के बैनर नीचे करीब 13 विभागों के ठेका मुलाजिमों द्वारा रेगुलर करने की मांग को ठीकरी वाला चौक में परिवारों और बच्चों समेत लगा पक्का मोर्चा वीरवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने सुबह 11 बजे शहर के अंदरूनी बाजारों से होते हुए ठीकरी वाला चौक से बस स्टैंड चौक रोष मार्च भी निकाला। जिसके चलते शहर पूरी तरह से जाम हो गया। सभा को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रांतीय नेता जगरूप सिंह, वरिदर सिंह मोमी, बलहार सिंह, गुरविदर सिंह पन्नू, शेर सिंह खन्ना, वरिदर सिंह ने कैप्टन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार समूह विभागों के हर तरह के ठेका मुलाजिमों को रेगुलर करने का वादा करके सत्ता में आई थी, परंतु अब सरकार का कार्यकाल खत्म होने वाला है और वादा अब तक वफा नहीं किया गया। वहीं, यूनियन नेताओं ने सड़क पर ही लंगर लगाकर सदस्यों को लंगर छकाया। इस दौरान उन्होंने शहर के लोगों की ओर से उनकी मदद के तौर पर एक हजार केले भेजने का भी दावा किया। ट्रैफिक व्यवस्था ठीक रखने में प्रशासन नाकाम

पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के जिला प्रधान राकेश गुप्ता ने कहा कि शहर भर में ट्रैफिक जाम है। जिसका खमिआजा आम पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है। प्रशासन ट्रैफिक व्यवस्था ठीक रखने में फेल साबित हो चुका है। मौजूदा समय में विभिन्न जत्थेबंदियों द्वारा शहर के अलग-अलग हिस्सों में धरना लगाया हुआ है और कुछ जत्थेबंदियां बाजारों में रोष मार्च निकाल रही है। जिससे आम व्यक्ति का जीवन काफी प्रभावित हो रहा है।

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