शामलाट जमीन के बदले मांगी नौकरी की गारंटी
पटियाला गांव सिद्धूवाल के लोग गांव की 100 एकड़ के लगभग शामलाट जमीन में पंजाब सरकार के स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाए जाने के फैसले को लेकर निराश हैं।
जेएनएन, पटियाला : गांव सिद्धूवाल के लोग गांव की 100 एकड़ के लगभग शामलाट जमीन में पंजाब सरकार के स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाए जाने के फैसले को लेकर निराश हैं। गांव के वाल्मीकि भाईचारे के साथ संबंधित बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी निराशा आप से जाहिर की। आप के नेता प्रिसिपल जेपी सिंह ने बताया कि सिद्धूवाल गांव के वाल्मीकि भाईचारा के लोग सरकार के फैसले से अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके अंगूठे तो लगवा लिए गए हैं, परंतु उनको कोई लिखित नहीं दिया गया कि आने वाले समय में यूनिवर्सिटी बनने के बाद उनके परिवारों के बच्चों के लिए नौकरी में आरक्षण दिया जाएगा। वह जमीन पर हल चलाते थे, परंतु अब जमीन सरकार की हो गई है, इसलिए उनके बच्चों के लिए रोजगार की गारंटी होनी चाहिए। इसी तरह जो रकम सरकार मुआवजे में दे रही है, उसमें से एक कालोनी बना कर दी जाए।
सिद्धूवाल गांव के फकीरिया खान, संदीप कौर व अन्य महिलाओं ने पंचायत पर भी मनरेगा स्कीम के बारे आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि उनकी तरफ से लगाई दिहाड़ियों का बकाया नहीं दिया जा रहा। गांव में कोई काम नहीं हो रहा, जिस कारण उनको दिहाड़ी नहीं मिल रही। कच्चे घरों वाले फार्म भरवाए गए थे परंतु कोई अनुदान नहीं मिला। प्रिसिपल जेपी सिंह ने सभी मुश्किलों को जिला प्रशासन के ध्यान में लाने का भरोसा दिया। इस अवसर पर केवल बावा, हरी चंद बांसल, बिट्टू सिंह व लाल सिंह आदि मौजूद थे।