कंप्यूटर अध्यापक बोले-सरकार या तो शिक्षा विभाग में मर्ज करे या जहर दे दे
लंबे समय से शिक्षा विभाग में मर्ज करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे कंप्यूटर अध्यापकों ने शनिवार को पंजाब सरकार खिलाफ रोष जताया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : लंबे समय से शिक्षा विभाग में मर्ज करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे कंप्यूटर अध्यापकों ने शनिवार को पंजाब सरकार खिलाफ रोष जताया। इस दौरान उन्होंने सरकार से शिक्षा विभाग में मर्ज करने या फिर जहर देकर मार देने की मांग की है। इस दौरान कंप्यूटर अध्यापक समिति पंजाब के जून सिगला, जसविदर सिंह भुल्लर रोपड़, नरिदर कुलार, गुरप्रीत सिंह अमृतसर, नवजोत सिंह जिला प्रधान लुधियाना, खुशप्रीत सिंह बरनाला ने मांग कि सरकारी स्कूलों को डिजिटल करन वाले, कोरोना काल दौरान फ्रंट वारियर्स के तौर पर काम करन वाले सात हजार कंप्यूटर अध्यापकों का भविष्य धुंधला है। उन्होंने कहा कि सरकारी काम के दौरान प्रशासन की तरफ से कंप्यूटर पर काम करने की ड्यूटी लगाई जाती है तो कंप्यूटर अध्यापक उसे बहुत तनदेही के साथ करते हैं। इसी तरह बठिडा जिले के कंप्यूटर अध्यापक की कोरोना दौरान ड्यूटी लगाई गई। ड्यूटी दौरान कंप्यूटर अध्यापक कोरोना बीमारी से पीड़ित हो जाता है और उसकी मौत हो जाती है। इसके बावजूद सरकार की तरफ से कर्मचारी के परिवार को 50 लाख रुपये की सहायता राशि भी नहीं दी गई। इसके चलते कंप्यूटर अध्यापकों को जहर खाने के लिए मजबूर किया जा रहा हैं। पंजाबभर से लगभग 70 के करीब कंप्यूटर अध्यापकों की मौत हो चुकी है लेकिन सरकार ने उनके परिवार को कोई सहायता नहीं दी गई। इस मौके पर अवतार सिंह लुधियाना, बलजिदर कुमार होशियारपुर, गुरबख्श लाल बठिडा, नवदीप सिंह अमृतसर, बलजीत सिंह पटियाला, नरिदर कुलार लुधियाना, सुमित कुमार पटियाला, रवीन पठानकोट उपस्थित रहे।