पटियाला में फर्जी जाति सर्टिफिकेट मामले में सात असिस्टेंट प्रोफेसरों पर गिरेगी गाज

पंजाबी यूनिवर्सिटी के सात असिस्टेंट प्रोफेसरों की ओर से फर्जी एससी बीसी सर्टिफिकेट मामले पर फैसला जल्द होने के आसार हैं। अगली होने वाली सिडीकेट की मीटिग में फैसला प्रोफेसरों के खिलाफ हो सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 05:14 AM (IST) Updated:Wed, 01 Sep 2021 05:14 AM (IST)
पटियाला में फर्जी जाति सर्टिफिकेट मामले में सात असिस्टेंट प्रोफेसरों पर गिरेगी गाज
पटियाला में फर्जी जाति सर्टिफिकेट मामले में सात असिस्टेंट प्रोफेसरों पर गिरेगी गाज

जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी के सात असिस्टेंट प्रोफेसरों की ओर से फर्जी एससी, बीसी सर्टिफिकेट मामले पर फैसला जल्द होने के आसार हैं। अगली होने वाली सिडीकेट की मीटिग में फैसला प्रोफेसरों के खिलाफ हो सकता है। क्योंकि यूनिवर्सिटी द्वारा इन प्रोफेसरो से जवाबतलबी की गई थी। पर इन सात प्रोफेसरों में से एक प्रोफेसर ने भी अपना जवाब यूनिवर्सिटी को पेश नहीं किया। कमेटी को जवाब देने के बदले में प्रोफेसरों ने यूनिवर्सिटी पर परेशान करने के आरोप लगाए। जवाब न मिलने पर यूनिवर्सिटी इन प्रोफेसरों को नौकरी से निकाल भी सकती है। क्या है मामला

पंजाबी यूनिवर्सिटी में सात असिस्टेंट प्रोफेसरों ने एससी व बीसी जाति से संबंधित फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर यूनिवर्सिटी में नौकरी प्राप्त की। इसकी शिकायत सैफी जत्थेबंदी के पूर्व प्रधान हरविदर सिंह संधू ने की। संधू की शिकायत के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा इस मामले की पड़ताल की गई। पड़ताल में इन प्रोफेसरों के सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए। बावजूद इसके यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इन प्रोफेसरों से जवाबतलबी करना मुनासिब समझा। यूनिवर्सिटी द्वारा इस मामले पर एक कमेटी गठित कर प्रोफेसरों से जवाबतलबी की गई। पर इन प्रोफेसरों ने कमेटी के आगे अपना जवाब नहीं पेश किया। जवाब न मिलने के चलते पंजाबी यूनिवर्सिटी इस मामले पर बड़ी कार्रवाई कर सकती है। इन प्रोफेसरों को नौकरी से हटाया भी जा सकता है। पर इसका फैसला सिडीकेट की मीटिग में होगा। एक नहीं विभिन्न घपलों की शिकायत की, पर कार्रवाई नहीं हुई

सैफी के पूर्व प्रधान हरविदर सिंह संधू ने कहा कि उन्होंने पंजाबी यूनिवर्सिटी में हुए विभिन्न मामलों की शिकायत यूनिवर्सिटी प्रशासन से की थी। इसके अलावा विजिलेंस विभाग को भी शिकायत दी। बावजूद इसके आज तक एक भी मामले पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हो सकी। पिछले कई दिनों से यही सुनता आ रहा हूं, कि यूनिवर्सिटी जांच रिपोर्ट पर जल्द कार्रवाई करने जा रही है। लगता है कि कार्रवाई दस्तावेजों में ही सिमट कर रह गई है। जिसके चलते आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। मामले को कार्रवाई के लिए सिडीकेट की मीटिग में रखा जाएगा

डीन अकादमिक मामले डा. बीएस संधू ने कहा कि एससी व बीसी फर्जी सर्टिफिकेट मामले में इंटरनल इंक्वायरी प्रोफेसरों के खिलाफ हो चुकी है। बाद में तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर इन प्रोफेसरों से जवाबतलबी की गई थी। पर प्रोफेसरों ने कमेटी को कोई जवाब नहीं दिया। कार्रवाई के लिए इस मामले को सिडीकेट की मीटिग में रखा जाएगा। मीटिग में बताया जाएगा कि प्रोफेसरों ने कमेटी को जवाब नहीं दिया। सिडीकेट की मीटिग में ही इस मामले पर अगली कार्रवाई होगी।

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