संत के बताए मार्ग पर चलकर ही प्रभु की प्राप्ति होगी : स्वामी परमानंद
वीर हकीकत राय स्कूल में चल रहे 27वें योग वेदांत संत सम्मेलन के दौरान स्वामी परमानंद जी ने कहा कि अगर चोर को घर की चाबी मिल जाए तो वो चोरी ही करेगा सज्जन को मिले तो शरणगति देगा।
जागरण संवाददाता, पटियाला : वीर हकीकत राय स्कूल में चल रहे 27वें योग वेदांत संत सम्मेलन के दौरान स्वामी परमानंद जी ने कहा कि अगर चोर को घर की चाबी मिल जाए तो वो चोरी ही करेगा, सज्जन को मिले तो शरणगति देगा। इस लिए सभी को शरणागत भाव से कथा सुननी चाहिए। सभी का मार्ग भले अलग अलग हो पर लक्ष्य एक है। वो है भगवान की प्राप्ति। इसलिए हमें संत के बताए मार्ग पर चलकर ही भगवान की प्राप्ति होगी। जैसे बालक की प्रथम गुरु मां होती है, इसी प्रकार अध्यात्म में गुरु के द्वारा ही ज्ञान प्राप्त होता है। गुरु ही ग्रंथ है। ग्रंथ ही गुरु हैं। मन से नहीं नमन होकर परमात्मा मिलता है। अगर आप मन बुद्धि रहित हो जाओ तो परमात्मा मिल सकता है।
सत्संग के समापन दिवस पर संतों का स्वागत फूल मालाओं से अखंड परम धाम सेवा समिति ने किया, जबकि संतों के अलावा कई गणमान्य लोगों को भी सम्मानित किया गया। मास्टर राम प्रकाश संगीताचार्य ने गुरु वंदना का भजन सुमधुर वाणी से गाया। स्वामी हंसानंद ने कहा कि सद्गुरु के बताए मार्ग से ही सुख व शांति की प्राप्ति होती है। महामंडलेश्वर जगत प्रकाश त्यागी ने कहा कि सब लोग हनुमान जी जैसा भक्त बनना चाहिए। राम कहने से मुक्ति मिलती है। सभा का संचालन स्वामी सत्यप्रकाश ने किया।