नमक के पैकेट लेकर कच्चे कर्मचारी जाएंगे धर्मसोत के दफ्तर
चुनाव दौरान बड़े-बड़े वायदे करने वाली कांग्रेस सरकार ने चार सालों में मुलाजिमों की मांगें मानने की बजाय कच्चे मुलाजिमों को सिर्फ जख्म ही दिए हैं
जागरण संवाददाता, पटियाला
चुनाव दौरान बड़े-बड़े वायदे करने वाली कांग्रेस सरकार ने चार सालों में मुलाजिमों की मांगें मानने की बजाय कच्चे मुलाजिमों को सिर्फ जख्म ही दिए हैं। मुख्यमंत्री और सभी कैबिनेट मंत्रियों व विधायकों की साढ़े चार सालों की कोरी बयानबाजी ने कच्चे मुलाजिमों के जख्मों को कुरेदा है और उनके जख्मों पर नमक डाला है। इसी के अंतर्गत राज्य भर के कच्चे मुलाजिम परसों 31 जुलाई को कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत के दफ्तर नमक के पैकेट लेकर जाएंगे। यह बातें यूनियन के जिला प्रधान हरदेव सिंह ने कही।
उन्होंने बताया कि सत्ता में आने समय मुख्यमंत्री कै. अमरिदर की तरफ से कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने का वादा किया था और ऐलान किया था कि पहली कैबिनेट में ही कच्चे मुलाजिमों को पक्का कर दिया जाएगा। लेकिन सत्ता में आने के बाद सब वादे भूलकर कांग्रेस की सरकार कमेटियों की सरकार बन कर रह गई। सरकारी कालेज बचाओ मंच ने जताया रोष
सरकारी कालेज बचाओ मंच द्वारा यहां पंजाबी यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ने डिग्रियां फूंककर रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान मंच सदस्यों का कहना था कि सरकारी कालेजों में लंबे समय से खाली पड़े पदों पर सरकार भर्ती नहीं कर रही।
मंच के सदस्य भूपिदर सिंह और अमरजीत सिंह ने बताया कि कालेजों में 1500 के करीब पद खाली पड़े है। हालात यह बन गए हैं कि राज्य के 48 सरकारी कालेजों में 18 रेगुलर अध्यापक काम कर रहे हैं। इस दौरान नेट पास व पीएचडी योग्यता प्राप्त स्टूडेंट्स ने कहा कि किसी साजिश के तहत सरकार इन कालेजों को बरबाद कर रही है। इन सरकारी कालेजों में गरीब परिवारों के बच्चे पढ़ते हैं। सरकारी कालेज बचाओ मंच सदस्यों ने सरकार से सरकारी कालेजों में अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की।