सूखने लगी राजस्थान की नहरें, 270 किलोमीटर का सफर तय कर टीम के साथ पहुंचे विधायक
भाखड़ा सरहिद नहर में गांव शहजादपुर के पास बीते दिनों भूमि कटाव होने व दरार पड़ने के कारण अभी तक उसका समाधान नहीं हो पा रहा।
जासं, फतेहगढ़ साहिब : भाखड़ा सरहिद नहर में गांव शहजादपुर के पास बीते दिनों भूमि कटाव होने व दरार पड़ने के कारण अभी तक उसका समाधान नहीं हो पा रहा। वीरवार को सिंचाई विभाग ने मिट्टी से भरी बोरियों को क्रेट्स में बांधकर पानी में उतारा ताकि कटाव वाली जगह पर लगाया जा सके, लेकिन वे क्रेट्स भी देर रात वह भी बह गए। विभाग के पास एकमात्र रास्ता बचा है कि भाखड़ा से पानी की आमद और कम करवा गहराई में जाकर दरार भरी जाए। अगर ऐसा किया तो नंगल हाइडल नहर के टूटने का खतरा बढ़ सकता है क्योंकि जो पानी इस नहर में नहीं छोड़ा जाएगा उसे कोई और दिशा देनी होगी। दूसरी तरफ दरार को भरने के लिए नहर में पानी कम छोड़ा जा रहा है। इससे हरियाणा के बाद राजस्थान की नहरें भी सूखने लगी हैं। राजस्थान के विधानसभा हलके भादरा (हनुमानगढ़) में मलखेड़ा अमर सिंह शाखा नहर में पानी की मात्रा बिल्कुल निम्न स्तर पर पहुंचने के कारण पानी की सप्लाई बंद हो गई। उसी कारण भादरा से सीपीएम के विधायक वीरवार देर रात करीब 270 किलोमीटर का सफर तय कर सरहिद पहुंचे। यहां भूमि कटाव वाली जगह का जायजा लिया और इस पूरे प्रकरण को फेसबुक पर भी लाइव किया। पूनिया के साथ राजस्थान सिंचाई विभाग की टीम भी मौजूद रही।
फेसबुक लाइव से अपने हलके के लोगों को दिया दिलासा
रात को भी जब सिचाई विभाग पंजाब के अधिकारियों को काम करते देखा तो पूनिया खुद भी मजदूरों का साथ देने लगे। उन्होंने डेढ़ सौ बोरियों के क्रेट को दरार वाली जगह में नीचे गिराया। उसके बाद फेसबुक के जरिए ही अपने हलके के लोगों को दिलासा दिया कि पंजाब में सचमुच दिक्कत आने कारण पानी की मात्रा कम की गई है। दिन रात समस्या का हल किया जा रहा है। उम्मीद है कि एक-दो दिनों में समस्या हल हो जाएगी और राजस्थान में पानी की सप्लाई पहले की तरह ही मिलेगी।
और देरी हुई तो लोगों को लेकर करेंगे संघर्ष
पूनिया ने भाखड़ा नहर की रिपेयर नहीं करवाने के लिए पंजाब, हरियाणा व राजस्थान राज्यों की सरकारों को भी जिम्मेवार ठहराया। कहा कि 15 साल से भर्ती न करने के कारण नहरी विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी है। उसी कारण कारण नहर की सफाई नहीं हो रही। अब दरार भरने में देरी या लापरवाही बरती गई तो वे पानी के मसले पर संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेंगे। पूनिया ने गांव शहजादपुर के सरपंच गुरप्रीत सिंह के घर जाकर सहयोग करने की अपील भी की।
दो-तीन दिन और लगेंगे
दरार भरने के काम की निगरानी कर रहे सिंचाई विभाग के एक्सईएन चंद्र मोहन शर्मा ने कहा कि क्रेट्स गिराने से दरार की गहराई कम हुई है। अब उम्मीद है कि दो-तीन दिनों में इसका हल हो जाएगा।