पंजाबी को मुख्य विषयों में शामिल करने के लिए केंद्रीय व राज्य शिक्षा मंत्री के पास उठाया मुद्दा
सीबीएसई की तरफ से पंजाबी विषय को मुख्य विषयों से हटाकर माइनर सब्जेक्ट में शामिल करने के मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : सीबीएसई की तरफ से पंजाबी विषय को मुख्य विषयों से हटाकर माइनर सब्जेक्ट में शामिल करने के मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। यह मांग पेरेंट्स ग्रुप पंजाब के चेयरमैन अमनदीप सिंह ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राज्य शिक्षा मंत्री और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की प्रधान जगीर कौर को पत्र लिखकर की है। उन्होंने कहा कि पंजाबी विषय को दोबारा मुख्य विषयों में शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर मामले संबंधी कोई ठोस कदम ना उठाए तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
अमनदीप सिंह ने पत्र में कहा है कि सीबीएसई की तरफ से दसवीं और बारहवीं की डेटशीट में पंजाबी विषय को मुख्य विषयों में से बाहर निकालने के फैसले पर एक बार फिर से विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि केवल पंजाब ही नहीं, संबंधित राज्यों में वहां की मातृ भाषा को मुख्य विषयों में रखना चाहिए। इस तरह से क्षेत्रीय भाषा को माइनर विषयों में शामिल करने के फैसले से देशभर के विद्यार्थी अपनी मातृ भाषा से दूर हो जाएंगे।
इसके अलावा राज्य के शिक्षा मंत्री परगट सिंह को लिखे पत्र में पंजाबी विषय ना पढ़ाने वाले स्कूलों की एनओसी रद करने की मांग की है। वहीं उन्होंने एसजीपीसी प्रधान को भी मामले में पंजाबी का अस्तित्व बचाने के लिए गंभीर प्रयास करने की मांग की है।