पंजाबी यूनिवर्सिटी के डेलीवेज मुलाजिम कल से बैठेंगे भूख हड़ताल पर

पंजाबी यूनिवर्सिटी में डेलीवेज मुलाजिमों ने सर्विस में ब्रेक डालने के मामले को लेकर धरना जारी रखा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 11:47 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 11:47 PM (IST)
पंजाबी यूनिवर्सिटी के डेलीवेज मुलाजिम कल से बैठेंगे भूख हड़ताल पर
पंजाबी यूनिवर्सिटी के डेलीवेज मुलाजिम कल से बैठेंगे भूख हड़ताल पर

जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी में डेलीवेज मुलाजिमों ने सर्विस में ब्रेक डालने के मामले को लेकर धरना जारी रखा हुआ है। मुलाजिम एग्जामिनेशन ब्रांच के नजदीक पार्किंग स्टैंड में धरने पर बैठे हैं। मुलाजिमों का कहना है कि पंजाबी यूनिवर्सिटी कर्मचारी संघ नान टीचिग के चुनाव के चलते उन्होंने संघर्ष को आगे नहीं बढ़ाया। अब चुनाव खत्म हो चुके है इसलिए अगले हफ्ते संघर्ष को ओर बड़ा रूप देने की तैयार की जएगी। इसकी जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी प्रशासन ही होगी। शनिवार को भी मुलाजिमों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर नारेबाजी की।

डेलीवलेज मुलाजिमों की अगुआई कर रहे मुलाजिम नेता जतिदर सिंह काला ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन मुलाजिमों की सर्विस में ब्रेक डालना बंद करे। उन्होंने कहा कि सोमवार से मुलाजिमों की ओर से भूख हड़ताल शुरू की जाएगी और वह खुद इस भूख हड़ताल में बैठेंगे जब तक अधिकारियों द्वारा मुलाजिमों के पक्ष में पैसला नहीं लिया जाता, तक मुलाजिमों की भूख हड़ताल जारी रहेगी। काला ने कहा कि यूनिवर्सिटी में हुए घपलों के मामले पर यूनिवर्सिटी प्रशासन आंखें बंद करके बैठा है। इन मामलों की जांच होने के बाद भी मामले में शामिल लोगों के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। छोटे व कम वेतन प्राप्त करने वाले मुलाजिमों के साथ यूनिवर्सिटी प्रशासन धक्का करने पर लगा हुआ है।

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कमेटी रोजाना जता रही रोष

ज्वाइंट एक्शन कमेटी व पुटा के सदस्य रोजाना वीसी दफ्तर के आगे धरना लगा रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। कमेटी सदस्य डा.निशान सिंह दयोल ने कहा कि पिछले करीब तीन महीने से कमेटी की ओर से समय पर वेतन सहित विभिन्न मांगों को लेकर संघर्ष किया जा रहा है। पर यूनिवर्सिटी प्रशासन मुलाजिमों की मांगो को अनदेखा कर रहा है। इसके चलते मुलाजिमों में रोष बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते कमेटी की ओर से मुलाजिमों की मीटिग बुलाकर यूनिवर्सिटी के खिलाफ संघर्ष को ओर बड़ा करने का फैसला लिया जाएगा।

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