यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट पर गंदगी के ढेर लगाकर मुलाजिमों ने किया रोष प्रदर्शन

पंजाबी यूनिवर्सिटी में सर्विस में ब्रेक डालने पर डेलीवेज मुलाजिमों ने सोमवार सुबह ही यूनिवर्सिटी का मुख्य गेट के आगे धरना देकर रोष प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 07:45 AM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 07:45 AM (IST)
यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट पर गंदगी के ढेर  
लगाकर मुलाजिमों ने किया रोष प्रदर्शन
यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट पर गंदगी के ढेर लगाकर मुलाजिमों ने किया रोष प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी में सर्विस में ब्रेक डालने पर डेलीवेज मुलाजिमों ने सोमवार सुबह ही यूनिवर्सिटी का मुख्य गेट के आगे धरना देकर रोष प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इस दौरान मुलाजिमों ने गेट के आगे गंदगी के ढेर लगा दिए। इसके अलावा यूनिवर्सिटी की एग्जामिनेशन ब्रांच, रजिस्ट्रार दफ्तर के अलावा विभिन्न दफ्तर व अन्य जगहों पर गंदगी के ढेर लगा दिए। इस कारण मुलाजिमों को अपने दफ्तरों से बाहर आना पड़ा।

करीब 11 बजे तक मुलाजिमों ने यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट के आगे धरना लगाए रखा। इस दौरान मुख्य गेट से गाड़ियों को अंदर नहीं जाने दिया गया, जिसके चलते गाड़ियों की पिछले गेट से एंट्री करवाई गई। हालांकि मुख्य गेट से पैदल चलने वाले लोगों की एंट्री को बंद नहीं रखा गया। मुलाजिमों ने यूनिवर्सिटी में रोष मार्च निकालकर यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन करके नारेबाजी की। मुलाजिमों का कहना था कि प्रशासनिक अधिकारी यूनिवर्सिटी में हुए घपलों की इंक्वारी रिपोर्ट पर कार्रवाई करने के बजाय छोटे मुलाजिमों से धक्का कर रहे हैं। मुलाजिमों ने कहा कि अगर जल्द यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अपना ब्रेक डालने का फैसला रद नहीं किया तो सभी मुलाजिमों द्वारा सभी के सहयोग से संघर्ष को और बड़ा रूप दिया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी प्रशासन की होगी। आज वीसी दफ्तर के आगे गंदगी के ढेर लगाएंगे

मुलाजिम नेता जतिदर सिंह काला ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन की अनदेखी के चलते मुलाजिमों में रोष बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को वीसी दफ्तर के आगे गंदगी के ढेर लगाए जाएंगे। इस दौरान मुलाजिमों द्वारा दफ्तर के आगे धरना देकर रोष प्रदर्शन किया जाएगा। काला ने बताया कि मुलाजिमों द्वारा ब्रेक मामले के खिलाफ कुछ दिनों से रोष जताया जा रहा था। पर यूनिवर्सिटी अधिकारियों ने मुलाजिमों की इस मांग पर ध्यान तक नहीं दिया। जिसके चलते मुलाजिमों को संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ा। वोट नहीं, इसलिए कोई जत्थेबंदी नहीं आई आगे

जानकारी के अनुसार डेलीवेज मुलाजिमों के कच्चे होने के चलते उनकी वोट नहीं बनी हुई। वोट नहीं होने के कारण यूनिवर्सिटी की कोई भी मुलाजिम जत्थेबंदी इन मुलाजिमों के हक में आगे नहीं आई। जबकि बब्बी,राजू व बराड़ ग्रुप द्वारा रेगुलर मुलाजिमों से लगातार इलेक्शन संबंधी मीटिग की जा रही है। पर इन प्रदर्शन करने वाले मुलाजिमों के हक में कोई जत्थेबंदी खड़ी नहीं हुई।

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