आरटीए दफ्तर में चालान के दस्तावेजों की रिसीविग कर रहा निजी व्यक्ति

यहां मिनी सचिवालय में स्थित आरटीए दफ्तर में ट्रैफिक चालान की रिसीविग प्राइवेट व्यक्तियों द्वारा की जा रही ह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Dec 2020 08:00 AM (IST) Updated:Sat, 19 Dec 2020 08:00 AM (IST)
आरटीए दफ्तर में चालान के दस्तावेजों की रिसीविग कर रहा निजी व्यक्ति
आरटीए दफ्तर में चालान के दस्तावेजों की रिसीविग कर रहा निजी व्यक्ति

जासं, पटियाला :

यहां मिनी सचिवालय में स्थित आरटीए दफ्तर में ट्रैफिक चालान की रिसीविग प्राइवेट व्यक्तियों द्वारा की जा रही है। यहां तक कि ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों के दस्तावेजों पर भी प्राइवेट व्यक्ति ही हस्ताक्षर कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला यहां थाना पसियाना का सामने आया है।

ट्रैफिक चालान के दस्तावेजों की रिसीविग प्राइवेट व्यक्ति की ओर से हस्ताक्षर करके की गई। दफ्तरी अधिकारियों को जानकारी होने के बावजूद अधिकारी गहरी नींद सो रहे हैं।

क्या है पूरा मामला

मामले के अनुसार ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों की ओर से रोजाना नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान किए जा रहे हैं। चालान से संबंधित दस्तावेज पुलिस कर्मचारियों की ओर से आरटीए दफ्तर की चालान के जुर्माने का भुगतान करने वाली ब्रांच में जमा करवाए जाते हैं। पर यहां ब्रांच में पुलिस कर्मचारियों से निजी व्यक्ति चालान के दस्तावेजों की रिसीविग कर रहा है, जबकि विभाग की ओर से एक क्लर्क की ड्यूटी लगाई गई है। जानकार बताते हैं कि क्लर्क अपनी सीट पर ही नहीं बैठता, क्योंकि संबंधित क्लर्क के पास ट्रैफिक चालान के जुर्माने का भुगतान करवाने के साथ-साथ लर्निंग ड्राइविग लाइसेंस का काम भी है। सबसे खास बात यह है कि पुलिस कर्मचारियों को यह जानकारी ही नहीं होती कि चालान से संबंधित दस्तावेज की रिसीविग करने वाला कर्मचारी कौन है। मैंने संबंधित क्लर्क की ड्यूटी लगा रखी है। अगर कोई दस्तावेज गुम होता है, उसका जिम्मेदार संबंधित क्लर्क ही होगा। साथ ही उसके खिलाफ विभागीय नियमों अनुसार कार्रवाई करूंगा। पब्लिक को किसी भी प्रकार परेशानी नहीं आने दी जाएगी। मामला मेरे ध्यान में आ चुका है।

परमजीत सिंह, आरटीए, पटियाला

अगर निजी व्यक्ति की ओर से सरकारी दस्तावेजों की रिसीविग की जा रही है तो उसके बारे में आरटीए पटियाला को पत्र भेजा जाएगा, ताकि मामले की पड़ताल की जा सके। मैं खुद भी अपने स्तर पर इस मामले की पड़ताल करूंगा।

पलविदर सिंह चीमा, एसपी ट्रैफिक

chat bot
आपका साथी