पराली जलाए बिना खेती करने वाले किसानों को सराहा
राजपुरा (पटियाला) कृषि और किसान भलाई विभाग के डायरेक्टर डा. राजेश विशिष्ट ने ब्लाक राजपुरा के गांव खेडी गंडियां के किसान गुरप्रीत सिंह राम सिंह व अन्य किसानों द्वारा हैप्पी सीडर और सुपर सीडर से गेहूं की बिजाई की सराहना की है। उ
संस, राजपुरा (पटियाला) : कृषि और किसान भलाई विभाग के डायरेक्टर डा. राजेश विशिष्ट ने ब्लाक राजपुरा के गांव खेडी गंडियां के किसान गुरप्रीत सिंह, राम सिंह व अन्य किसानों द्वारा हैप्पी सीडर और सुपर सीडर से गेहूं की बिजाई की सराहना की है। उन्होंने कहा कि हैप्पी सीडर से हो रही बिजाई से प्रेरित होकर अन्य किसान भी इस तरह बिजाई करें। इससे पर्यावरण की संभाल हो सकेगी और शरीर को लगने वाली बीमारियों से बचाया जा सकेगा। इस अवसर पर किसानों ने भी अपने तजुर्बे सांझे करते बताया कि हैप्पी सीडर और सुपर सीडर से बिजाई करने से खर्च में भी कमी आई है और धान के अवशेष को खेतों में मिलाने से खाद का प्रयोग भी कम हुआ है।
टीम ने राजपुरा ब्लाक के गांव मिर्जापुर का दौरा कर सरपंच हरविदर सिंह के पराली से बनाऐ जा रहे कैप्सूल के बारे जानकारी ली, जोकि अलग-अलग फैक्ट्रियों के बायलरों में बतौर एनर्जी इस्तेमाल किए जाते हैं। इस संबंधी यूनिट की देख-रेख करने वाले सुखमीत सिंह ने बताया कि इस यूनिट में लगभग 3000 एकड़ की पराली को बेलर और रेकर की मदद से इकट्ठा कर आग लगाने से बचाया जा रहा है।
डायरेक्टर, कृषि और किसान भलाई ने कृषि के लिए मशीनरी बनाती यूनिटों का दौरा भी किया। टीम ने पंजाब साइलोज प्लांट दमनहेड़ी का दौरा किया। प्लांट के संचालक सिद्धार्थ शास्त्री ने टीम को बताया कि किसान जब मक्की के चारे को बेचता है, तो उसको लेबर की बचत होती है और फसली विभिन्नता अपनाने के लिए इसकी कटाई पकी हुई मक्की से पहले हो जाती है। इसके साथ आगे वाली फसल लगाने का समय भी मिल जाता है और पानी की बचत होती है।
इस अवसर पर संयुक्त डायरेक्टर कृषि डा. गुरविदर सिंह ने किसानों और यूनिट मालिकों के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर ब्लाक कृषि अफसर डा. गुरमेल सिंह, डा. अमनप्रीत सिंह, सुखचैन सिंह, जसविदर सिंह, अवतार सिंह मौजूद रहे।