पीयू घोटाला केस में पुलिस ने की बेनामी संपत्ति की रिकवरी

पंजाबी यूनिवर्सिटी में करोड़ों का घोटाला करने वाले निशु चौधरी सहित छह आरोपितों को अर्बन एस्टेट थाना पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद बेनामी संपत्ति की रिकवरी की है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 09:02 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 09:02 PM (IST)
पीयू घोटाला केस में पुलिस ने  की बेनामी संपत्ति की रिकवरी
पीयू घोटाला केस में पुलिस ने की बेनामी संपत्ति की रिकवरी

जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी में करोड़ों का घोटाला करने वाले निशु चौधरी सहित छह आरोपितों को अर्बन एस्टेट थाना पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद बेनामी संपत्ति की रिकवरी की है। मुख्य आरोपित निशु चौधरी ने अपनी महिला दोस्त निशा शर्मा निवासी विद्या नगर व दोस्तों के साथ मुलाजिमों को भी इस घोटाले में शामिल कर लिया था। घोटाला करने के लिए उसने अपने चपरासी जतिदर सिंह उर्फ जीतू निवासी पीयू कैंपस को शामिल किया था। आरोपितों से पुलिस ने एक आल्टो कार, भूपिदर सिंह से वरना कार, निशु चौधरी से एक्सयूवी महिदरा, तीन बुलेट मोटरसाइकिल, जतिदर जीतू से एक पल्सर बाइक बरामद की है। इसके अलावा पंचवटी एनक्लेव स्थित निशु चौधरी की पत्नी के नाम पर बना मकान भी जांच के घेरे में है।

एसएसपी डा. संदीप गर्ग ने बताया कि इस केस में शुरुआती जांच के बाद निशु चौधरी निवासी पंजाबी यूनिवर्सिटी कैंपस, जतिदर जीतू, सोनू कुमार उर्फ सोनू निवासी पीयू कैंपस, विनय कुमार निवासी गांधी नगर लाहौरी गेट, नीशा शर्मा, हरप्रीत सिंह व आकाशदीप सिंह निवासी पटियाला को नामजद किया था। एसपी डी मेहताब सिंह की देखरेख में डीएसपी सौरव जिदल के निर्देश पर अर्बन एस्टेट थाना के इंचार्ज रौनी सिंह ने छह लोगों को काबू किया। आरोपित विनय को 12 सितंबर को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा जा चुका है जबकि निशा शर्मा, हरप्रीत सिंह व आकाशदीप सिंह को काबू करने के लिए छापामारी की जा रही है। इसके अलावा अन्य छह आरोपित 25 सितंबर कर पुलिस रिमांड पर हैं। हिमाचल प्रदेश से दबोचा निशु के भाई आशु को

एसपी डी डा. मेहताब सिंह ने बताया कि पीयू के रजिस्टरार वरिदर कौशिक की शिकायत के बाद मामले की पड़ताल शुरू की गई थी। जिसके बाद सबसे पहले विनय को काबू किया गया। 18 सितंबर को जतिदर जीतू को गिरफ्तार करने के बाद भूपिदर सिंह उर्फ भूपी निवासी पीयू कैंपस मौजूदा निवासी पंचवटी एनक्लेव को नामजद कर लिया था। इसके बाद निशु चौधरी के भाई आशु चौधरी का नाम केस में शामिल होने के बाद पुलिस पार्टी ने 19 सितंबर को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में छापामारी कर उक्त तीनों आरोपितों को काबू कर लिया। इन लोगों को काबू करने के लिए पुलिस दो दिन तक हिमाचल प्रदेश इलाके में रेड करती रही, जिसके बाद यह गिरफ्त में आए।

chat bot
आपका साथी