लकी ड्रा के बहाने करोड़ों का चूना लगाकर फरार

लकी ड्रा.. यह शब्द सुनते ही हर किसी के मन में अपनी किस्मत आजमाने का ख्याल आता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Aug 2021 07:18 PM (IST) Updated:Tue, 24 Aug 2021 07:18 PM (IST)
लकी ड्रा के बहाने करोड़ों का चूना लगाकर फरार
लकी ड्रा के बहाने करोड़ों का चूना लगाकर फरार

जागरण संवाददाता, पटियाला : लकी ड्रा.. यह शब्द सुनते ही हर किसी के मन में अपनी किस्मत आजमाने का ख्याल आता है। यदि आप ऐसा करने जा रहे हैं तो जरा सावधान हो जाएं क्योंकि गैरकानूनी तरीके से चलने वाले इस ड्रा में इनाम के तौर पर आपकी ठगी की लाटरी भी निकल सकती है। कुछ ऐसा ही शहर के करीब एक दर्जन लोगों के साथ हुआ है। ठगी के शिकार लोगों ने आरोप लगाया है कि करोड़ों रुपयों का चूना लगाने के बाद आरोपित फरार हो गया। पुलिस ने ठगी के शिकार वकील सिंह मालिक गोल्डन मोबाइल सेंटर बैक साइड बस स्टैंड की शिकायत पर आरोपित सुखविदर सिंह निवासी न्यू बसंत विहार सरहिद रोड के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। थाना लाहौरी गेट पुलिस ने मामले में आरोपित की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है।

लाहौरी गेट थाना में केस दर्ज करवाने वाले वकील सिंह के अनुसार उसने चार साल पहले ओमेक्स माल स्थित दुकान अप्सरा सेल प्रमोशन के नाम पर लकी ड्रा में पैसा जमा करवाना शुरू किया था। उसकी इनाम के रूप में नैनो कार निकली। बाद में कार नहीं दी और उनके द्वारा डाली गई पांच लाटरियों के तीन लाख 50 हजार रुपये भी गबन कर लिए। जिस वजह से उन्होंने पुलिस को शिकायत की थी। करीब एक साल पहले पुलिस को शिकायत देने के बाद पड़ताल के बाद मुकद्दमा दर्ज हुआ है, जिसमें दस करोड़ रुपये की ठगी का दावा किया गया है। ऐसे बुनते हैं ठगी का जाल

लकी ड्रा निकालने वाले एक कार्ड छपवाते हैं, जिसमें आकर्षक इनाम के रूप में कार, बाइक, एक्टिवा, किचन के महंगे उपकरण के अलावा नगद इनाम का जिक्र होता है। इसके लिए हर महीने एक हजार रुपये से लेकर दो हजार या इससे अधिक रकम की किस्त बनाई जाती है, इनाम निकलने के बाद किस्त न भरने की सुविधा दी जाती है। यही नहीं इनाम न निकलने पर पूरी किस्त देने वाले को चंद रुपयों के मुनाफे के साथ रकम लौटाने का दावा किया जाता है। लाटरी नहीं निकलने पर रकम नहीं लौटाई : हरजीत

खालसा मोहल्ला निवासी हरजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने दो हजार रुपये प्रति महीना के रूप में 75 हजार रुपये की लाटरी डाली थी। पिछले छह महीने से उन्हें पैसा नहीं लौटाया जा रहा है। आरोपित ने कभी गोडविन होटल, रंजीत होटल व अपना ढाबा जैसी जगह पर जाकर ड्रा निकाले थे, जहां पर काफी लोग आते थे। यही नहीं आरोपित कोरोना काल के दौरान भी फोन के जरिए सभी के साथ संपर्क में रहा था। मामूली रकम देने के बदले भरोसा तोड़ा : इंद्रजीत

होटल प्रिस के मालिक इंद्रजीत सिंह ने कहा कि उनकी रकम को आरोपित ने लौटा दी थी लेकिन बकाया के 25 हजार रुपये लौटाने के बजाय हर बार झूठ बोलकर भरोसा तोड़ दिया। बस स्टैंड के आसपास ही करीब दस दुकानदारों को ड्रा के नाम पर चूना लगाया गया है।

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