जमींदारों की पिटाई से आहत युवक ने जहरीली वस्तु निगली, मौत
थाना सनौर के तहत आते सरूस्तीगढ़ में एक व्यक्ति को जमींदारों ने मिलकर घर से पिटाई करने के बाद उठा लिया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : थाना सनौर के तहत आते सरूस्तीगढ़ में एक व्यक्ति को जमींदारों ने मिलकर घर से पिटाई करने के बाद उठा लिया और अनाज मंडी में ले जाने के बाद उसकी फिर से पिटाई की। पत्नी व गांव वालों के सामने हुई पिटाई से परेशान युवक ने जहरीली वस्तु निगल ली। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान 28 वर्षीय जगदीश सिंह के रूप में हुई है। जगदीश के साथ चार मई की शाम को मारपीट हुई थी, जिसके बाद उसने जहरीली वस्तु निगल ली थी। इलाज के दौरान आठ मई को उसकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी गीता रानी के बयान दर्ज किए गए, जिसमें उसके द्वारा बताए जाने पर पता लगा कि जगदीश सिंह के साथ गांव के जमींदारों ने मारपीट की थी। पुलिस ने इस मामले में बाडी, मंदीप सिंह निवासी मजामपुर व भाना नामक जमींदार के बेटे निवासी हसनपुर व अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। थाना सनौर के इंचार्ज गुरनाम सिंह ने कहा कि फिलहाल मामले में सोमवार देर शाम को केस दर्ज किया है, लेकिन अभी किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
गीता रानी के अनुसार उसका पति जगदीश सिंह ड्राइवर है। परिवार में तीन बेटियां व एक बेटा है। मौजूदा गेहूं की कटाई के सीजन को लेकर उक्त आरोपितों ने जगदीश को कंबाइन की ड्राइविग करने को कहा था, जिसके बाद दस हजार रुपये एडवांस दे दिए। घरेलू कारणों से जगदीश कंबाइन ड्राइविग का काम नहीं कर सका क्योंकि आरोपित उसे बाहरी राज्य में भेजने की बात भी कर रहे थे। इस पर आरोपित पैसे वापस मांगने लगे तो जगदीश ने सीजन खत्म होने के बाद चुकाने की बात कही। ऐसे में आरोपितों ने कहा कि ऐसा करने के लिए जगदीश को खाली स्टांप पर साइन करके देने होंगे, उसने मना कर दिया। इस रंजिश में आरोपितों ने चार मई शाम करीब चार बजे गाड़ियों में सवार होकर घर के आगे से जगदीश को उठा लिया, यही नहीं विरोध करने आई गीता से भी मारपीट की। आरोपितों में से एक व्यक्ति ने घर में खड़ी जगदीश की बाइक भी उठा ली। जगदीश को मंडी में ले जाने के बाद करीब एक घंटे तक पीटा और उसके बाद छोड़ दिया। घर पहुंचते ही जगदीश खून की उल्टियां करने लगा तो उसे राजिदरा अस्पताल ले गए, जहां पर डाक्टरों ने उसे छुट्टी दे दी। बाद में जगदीश की तबीयत फिर खराब होने पर अस्पताल दाखिल करवाया तो उसे रेफर कर दिया लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। पिता बोले-कत्ल या आत्महत्या पुलिस पता लगाए
जगदीश सिंह के पिता रामफल ने कहा कि उनके गांव में जमींदार अपनी मनमर्जी करते हैं। बेटे को मोहल्ले में बेइज्जत करने के बाद उसे मंडी में ले जाने के बाद एक घंटे तक पीटा गया, यही नहीं बेटे की बाइक अभी तक बरामद नहीं हो पाई है। जब बेटा घर पहुंचा तो खून की उल्टियां कर रहा था, उसने इतना ही कहा कि उसके अंदर जहरीली दवा है। रामफल ने कहा कि उनकी पुलिस अधिकारियों से मांग है कि वह जांच करे कि आरोपितों ने कहीं उनके बेटे को जबरन जहीरीली वस्तु तो नहीं पिलाई।