प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस की धक्का मुक्की, पगड़ियां उतरी, दस जख्मी
कर्मचारियों ने पंजाब-यूटी मुलाजिम और पेंशनर्स साझा फ्रंट के बैनर तले अनाज मंडी पटियाला में हल्ला बोल रैली करके शक्ति प्रदर्शन किया
जागरण संवाददाता, पटियाला
छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट में संशोधन सहित अन्य मांगों को लेकर विभिन्न विभागों की जत्थेबंदियों के हजारों कर्मचारियों ने पंजाब-यूटी मुलाजिम और पेंशनर्स साझा फ्रंट के बैनर तले अनाज मंडी पटियाला में हल्ला बोल रैली करके शक्ति प्रदर्शन किया। 135 विभिन्न जत्थेबंदियों से संबंधित कर्मचारियों ने वीरवार को दोपहर करीब 12 बजे अनाज मंडी में एकत्र हो कर तीन घंटे तक रैली की। इस दौरान बैठक करने कोई आश्वासन न मिलने पर कर्मचारियों ने दोपहर करीब तीन बजे मुख्यमंत्री आवास की तरफ रोष मार्च शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाईपीएस चौक में बैरिकेडिग कर मौजूद पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोका तो धक्कामुक्की शुरू हो गई। इस धक्कामुक्की में कई प्रदर्शनकारियों की पगड़ियां भी उतर गईं और करीब दस कर्मचारी जख्मी भी हो गए। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने वाईपीएस चौक में ही धरना लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। कर्मचारियों के प्रदर्शन को समाप्त करवाने के लिए प्रशासन द्वारा उन्हें मीटिग का आश्वासन देकर प्रदर्शन समाप्त करवाने की कोशिश की गई, लेकिन कर्मचारी मुख्यमंत्री के साथ मीटिग की मांग को लेकर अड़े रहे और देर शाम तक प्रदर्शन जारी रखा। बाद में प्रशासन की तरफ से उन्हें कैबिनेट मंत्री ब्रह्म मोहिदरा के साथ 30 जून को मीटिग का आश्वासन देकर प्रदर्शन समाप्त करवाया।
रैली दौरान संबोधित करते हुए फ्रंट के कनवीनरों जगदीश सिंह चहल, सतीश राणा, जर्मनजीत सिंह, सुखचैन सिंह खैहरा, ठाकुर सिंह, मेघ सिंह सिद्धू, कर्म सिंह धनोआ, बख्शीश सिंह, सुखदेव सिंह सैनी, प्रेम सागर शर्मा, परविदर खंगूड़ा, जसवीर तलवाड़ा, दविदर सिंह बैनीपाल, सुखजीत सिंह और सतनाम सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार छठे वेतन आयोग कमिशन के द्वारा मुलाजिमों को गफ्फे दिए जाने के बयान जारी करके आम लोगों को गुमराह कर रही है। यूनियन की मुख्य मांगें
-- छठे वेतन आयोग में संशोधन करवाना
-- कच्चे मुलाजिमों को विभागीय पोस्टों पर रेगुलर करवाने
-- विभिन्न विभागों में काम करते मान भत्ता वर्करों पर कम से कम वेतन कानून लागू करवाना
-- पुरानी पेंशन स्कीम लागू करवाना
-- महंगाई भत्तों की बकाया किश्तें जारी करवाना
-- नए भर्ती मुलाजिमों पर केंद्रीय वेतन स्केलों के बजाय पंजाब के स्केल लागू करवाना
-- पुनर्गठन के नाम पर विभिन्न विभागों में खत्म किए जा रहे पदों को बहाल करना आदि शामिल है।
खाने से लेकर फर्स्ट एड की सुविधा भी
प्रदर्शन में शामिल होने के लिए राज्य भर से आए कर्मचारियों के लिए पटियाला जिले के कर्मचारियों द्वारा खाने से लेकर फर्स्ट एड तक की सुविधा मुहैया करवाई गई। ताकि किसी कर्मचारी को प्रदर्शन दौरान किसी समस्या का सामना ना करना पड़े।
प्रदर्शन में शामिल ना होने वालों को एक हजार जुर्माना
हल्ला बोल महारैली को सफल बनाने के मकसद से यूनियन द्वारा हर कर्मचारी को इस रैली में शामिल होने के लिए हिदायत जारी की गई थी। इसके लिए यूनियन स्तर पर फंड तो एकत्र किया गया, साथ ही इस रैली में शामिल न होने वाले कर्मचारियों को एक हजार रुपये प्रति कर्मचारी जुर्माना और सामाजिक बहिष्कार की चेतावनी भी दी गई।
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस भी रही मुस्तैद
प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस भी पुलिस तरह से मुस्तैद रही। इस दौरान बैरिकेडिग और पुलिस बल की तैनाती के साथ दूसरे जिलों से अतिरिक्त वाटर कैनन भी मंगवाई गई। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर आंसू गैस के गोले भी मौजूद थे।