दो साल में पटियाला व होशियारपुर में 34 वारदातें करने वाला गिरोह पकड़ा

जिले पटियाला के अलावा टांडा (होशियारपुर) नवांशहर व फगवाड़ा में दो साल में लूटपाट की 34 वारदातें करने वाले तीन सदस्यीय गिरोह को पुलिस ने पकड़ लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 09:37 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 09:37 PM (IST)
दो साल में पटियाला व होशियारपुर में  34 वारदातें करने वाला गिरोह पकड़ा
दो साल में पटियाला व होशियारपुर में 34 वारदातें करने वाला गिरोह पकड़ा

जागरण संवाददाता, पटियाला : जिले पटियाला के अलावा टांडा (होशियारपुर), नवांशहर व फगवाड़ा में दो साल में लूटपाट की 34 वारदातें करने वाले तीन सदस्यीय गिरोह को पुलिस ने पकड़ लिया है। इन आरोपितों ने पटियाला में 22 और टांडा, नवांशहर व फगवाड़ा में 12 वारदातें की है, जिनमें से 10 वारदातों में लूटा हुआ सामान बरामद कर लिया गया है।

एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों की पहचान जसवंत सिंह उर्फ गोल्डी निवासी बाबा बुड्ढा जी नगर जालंधर थाना नंगलशामा जालंधर, मनप्रीत सिंह उर्फ लाडी निवासी शहीद बाबा दीप सिंह नगर थाना अर्बन एस्टेट पटियाला और मनोहर खंडराओ पांडुरंग पाटिल निवासी गांव बिलौड़ी थाना बिलौड़ी जिला सांगली महाराष्ट्र के रूप में हुई है। गोल्डी और लाडी पिस्तौल दिखाकर लोगों को लूटते थे जबकि सोने की ढलाई का काम करने वाला मनोहर इन लूटे हुए गहनों को सुनारों को को बेचता था। मनोहर इन दिनों होशियारपुर के टांडा इलाके में किराये के मकान में रहता था, जिसे पुलिस टीम ने महाराष्ट्र जाकर गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने बताया कि 2018 में यह लूटपाट में सक्रिय हुए थे, जिसके बाद पटियाला में 22 और टांडा में 6, नवांशहर में 3 और फगवाड़ा में 3 वारदातें की है। इस गिरोह को एसपी डी हरमीत सिंह हुंदल, डीएसपी पैंथे की देखरेख में सीआइए स्टाफ की टीम ने काबू किया है। जेल में हुई थी आरोपितों की मुलाकात

एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित गोल्डी पहले प्रभदीप सिंह मौंटी व मनप्रीत सिंह उर्फ हनी के साथ मिलकर वारदातें करता था। गैंग ने राज्य के विभिन्न शहरों में तीस वारदातें की थी और इन लोगों को साल 2013 में पटियाला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जेल के अंदर ही गोल्डी की दोस्ती दुष्कर्म के आरोपित मनप्रीत सिंह उर्फ लाडी निवासी पटियाला के साथ हुई थी। लाडी साल 2015 में जेल से बाहर आ गया था, वहीं जसवंत गोल्डी साल 2017 में लुधियाना जेल से बाहर आ गया। बाहर आने के बाद दोनों ने आपस में संपर्क करते हुए गैंग बनाकर साल 2018 में चोरी करनी शुरू की। तीसरा आरोपित मनोहर गोल्डी का जानकार था, जिसने लूटा हुआ सोना सुनार को बेचने की जिम्मेदारी ले ली थी। इन लोगों से दस केसों में लूटा गया करीब दस लाख रुपये कीमत का 194 ग्राम सोना बरामद कर लिया है। यह चार बड़ी वारदातें की हैं आरोपितों ने

1. मार्च 2021 में इन दोनों ने महिला डाक्टर विनय निवासी ग्रीन मार्केट बटाला जिला गुरदासपुर को गाड़ी से लौटते समय भूलपुर गांव के नजदीक लूट लिया था। घटना के समय गाड़ी ड्राइवर हनी निवासी बटाला चला रहा था।

2. सितंबर 2020 में इन लोगों ने प्रदीप सिंह निवासी गांव दुगाकलां टांडा होशियारपुर को पत्नी परवीन कौर के साथ घर लौटते समय लूटने की कोशिश की थी। रास्ते में प्रदीप सामान लेने उतरा तो बाइक सवार गोल्डी व लाडी ने गाड़ी में बैठ कार भगाने की कोशिश की थी लेकिन असफल होने पर हवाई फायर किया था।

3. दिसंबर 2020 में गांव गौरसिया होशियारपुर निवासी परमजीत कौर को बेटी के साथ एक्टिवा से लौटते समय गांव गराला के नजदीक पिस्तौल दिखा पचास हजार रुपये व अन्य सामान लूट लिया था।

4. दिसंबर 2020 में होशियारपुर के टांडा थाना इलाके में आते जलालपुर निवासी जविद सिंह को गाड़ी घर के अंदर करते समय लूटने की कोशिश की थी। उनकी पत्नी कार में बैठी थी और जविद सिंह कार अंदर पार्क करने के लिए गेट खोलने को उतरे थे। एक आरोपित ने उनकी पत्नी को पिस्तौल दिखा गहने उतारने को कहा था लेकिन जविद सिंह ने रोकने की कोशिश की तो उन्हें गोली मार जख्मी कर दिया था।

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