शाबाश पटियालवियो! इस बार लाए इको फ्रेंडली श्रीगणेश

शाही शहर के बाशिंदों ने इस बार इको फ्रेंडली श्री गणेश को शहर में लाने को तरजीह दी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 08:16 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 08:16 AM (IST)
शाबाश पटियालवियो! इस बार लाए इको फ्रेंडली श्रीगणेश
शाबाश पटियालवियो! इस बार लाए इको फ्रेंडली श्रीगणेश

सुरेश कामरा, पटियाला

शाही शहर के बाशिंदों ने इस बार इको फ्रेंडली श्री गणेश को शहर में लाने को तरजीह दी। कई स्थानों पर श्री गणेश भक्तों ने प्लास्टिक आफ पेरिस से बनी श्री गणेश जी की प्रतिमा के बजाय मिट्टी से बनी श्री गणेश प्रतिमा लाने को पहल दी है। शहर के त्रिपड़ी टाउन के दो स्थानों के अलावा भक्तों ने अपने घरों में मिट्टी से बनी श्री गणेश प्रतिमा को विराजमान किया है, ताकि वे सामान्य जल में विसर्जित किया जाए।

त्रिपड़ी टाउन में श्री भोलनाथ सेवा समिति के पदाधिकारी संजय कुमार, प्रदीप शर्मा ने बताया कि वो गली नंबर चार में हर साल भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा को स्थापित करते हैं और इस बार उनका 10वां प्रोग्राम है। वे प्लास्टर आफ पेरिस के बजाय मिट्टंी से बनाई श्री गणेश की प्रतिमा लेकर आए हैं ताकि विसर्जन के सदस्य पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे। दूसरी बात ये भी है कि जब भी वे प्लास्टर आफ पेरिस के श्री गणेश जी की प्रतिमा को विसर्जित करने जाते थे तो वे जल में घुलने के बजाय पानी के ऊपर ही तैरते रहती थी। ऐसे में लोगों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचती थी। इसलिए इस बार उन्होंने मिट्टी से बनी भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की है।

उधर, बाबा भैरोंनाथ मंदिर प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रवीन कुमार के साथ संतोष लालवानी, शिवम अरोड़ा व अन्य सदस्यों ने बताया कि मंदिर कमेटी में अकसर यह बात होती रहती थी कि प्लास्टर आफ पेरिस से बनी श्री गणेश की प्रतिमा नहीं लानी है। इस बार यह फैसला किया गया है कि श्री गणेश की मिट्टी से बनी हुई प्रतिमा ही लाएंगे ताकि उन्हें आसानी से विदा किया जा सके। ऐसे में कमेटी सदस्य 19 सितंबर को मंदिर में ही श्री गणेश जी को विसर्जित करेंगे। बड़े बर्तन में उनको जल में विसर्जित किया जाएगा। मिट्टी घुला हुआ जल श्रद्धालुओं को दिया जाएगा ताकि वे अपने घरों में पौधों में डाल दें। ऐसे में धार्मिक आस्था को ठेस भी नहीं लगेगी, जल भी दूषित नहीं होगा।

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