अकेले कमाने वाले थे प्रेम चंद, बेटी की शादी की कर रहे थे तैयारी

धन के लालच में कुछ लोग ऐसा गलत काम कर देते हैं, जिससे किसी का परिवार बिखर जाता है। बुधवार को नई अनाज मंडी में स्थित एसबीआइ की ब्रांच के बाहर कुछ हथियारबंद लुटेरों ने बैंक से 50 लाख रुपये लूटने के बाद बैंक के सुरक्षा गार्ड प्रेमचंद शर्मा की गोली मार कर हत्या कर की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 07:08 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 07:08 PM (IST)
अकेले कमाने वाले थे प्रेम चंद,  बेटी की शादी की कर रहे थे तैयारी
अकेले कमाने वाले थे प्रेम चंद, बेटी की शादी की कर रहे थे तैयारी

याद¨वदर गर्गस, नाभा

धन के लालच में कुछ लोग ऐसा गलत काम कर देते हैं, जिससे किसी का परिवार बिखर जाता है। बुधवार को नई अनाज मंडी में स्थित एसबीआइ की ब्रांच के बाहर कुछ हथियारबंद लुटेरों ने बैंक से 50 लाख रुपये लूटने के बाद बैंक के सुरक्षा गार्ड प्रेमचंद शर्मा की गोली मार कर हत्या कर की।

बुधवार को नाभा की नई अनाज मंडी में 50 लाख बैंक लूट में मौत का शिकार हुए प्रेम चंद पर अभी अपने परिवार की सभी जिम्मेदारियां पड़ी थीं। बड़ी बेटी सुषमा एमएससी मैथ्स फाइनल की छात्रा है, वहीं 20 वर्षीय बेटा प्रमोद शर्मा बीकॉम फाइनल में अपनी पढ़ाई पूरी कर रहा है। इन दोनों बच्चों को क्या मालूम था कि उनके पिता की इस लूटकांड में जान चली जाएगी। कानून चाहे आरोपितों को उनके किए की सजा दे दे, परंतु बच्चों को उनके पिता व पत्नी का अपने पति का साथ खोना किसी भारी सदमे से कम नहीं। प्रमोद शर्मा ने बताया कि कुछ समय पहले ही उसकी बड़ी बहन का रिश्ता गांव बालियां जिला संगरूर में हुआ था व जल्द ही शादी होनी थी, जिसकी तैयारियों में उसके पिता दिन रात एक कर रहे थे। अचानक इस प्रकार पिता की मौत से घर की सारी जिम्मेदारी उसके कंधों पर आ गई। प्रेमचंद शर्मा बैंक में जॉब करने से पहले कुछ समय के लिए टेलीफोन एक्सचेंज में भी बतौर सुरक्षा कर्मी काम कर चुके थे और पिछले लंबे समय से बैंक में मुख्य सशस्त्र रक्षक पद पर अपनी सेवाएं ईमानदारी से दे रहे थे। मिलनसार व शांत स्वाभव के मालिक प्रेम चंद शर्मा का यूं अचानक जाना उनके मिलने वाले लोगों के लिए बडा झटका था। किसी को भी उनकी मौत पर विश्वास नही हो रहा था। फौज में उनके साथ कई साल काम करने वाले उनके मित्र रिटायर्ड हवलदार भू¨पदर ¨सह तूंगा ने बताया की वह दोनों 24 मीडियम रेजिमेंट एसपी में काम करते थे, वहां भी हर किसी की मदद के सबसे आगे रहने वाले प्रेमचंद शर्मा उन्हें हमेशा याद रहेंगे। उन्होंने बताया कि शर्मा साल 2001 में बतौर नायक रिटायर होने के बाद टेलीफोन एक्सचेंज व बैंक में काम करने लग गए थे।

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